हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान बोले- EVM हैक होने से हारी कांग्रेस, सुप्रीम कोर्ट जाएंगे
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 7 नवंबर
Haryana News: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौ. उदयभान ने चुनाव आयोग की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए स्पष्ट तौर पर आरोप लगाया है कि हरियाणा के चुनावों में ईवीएम हैक की गईं। ईवीएम में सैटिंग की वजह से ही कांग्रेस चुनाव हारी और भाजपा की जीत हुई। उनका कहना है कि पूरे प्रदेश में भाजपा के खिलाफ माहौल था और लोग कांग्रेस के साथ थे। लेकिन भाजपा ने सैटिंग करके चुनाव में जीत हासिल की है। कांग्रेस सभी तथ्य जुटा रही है और इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।
बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में उदयभान ने स्वीकार किया कि कुछ हलकों में टिकट आवंटन में भी गड़बड़ हुई। उन्होंने प्रदेश में संगठन नहीं होने को भी चुनाव में हार का एक कारण बताया। संगठन गठन नहीं होने के लिए उन्होंने सीधे तौर पर हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया को जिम्मेदार बता दिया है। यह पहला मौका है कि उदयभान खुलकर बाबरिया के खिलाफ बोले हैं। उनका कहना है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से संगठन गठन को लेकर कई बाद लिस्ट प्रदेश प्रभारी को भेजी गई।
उन्होंने इन लिस्ट को कभी आगे (हाईकमान) भेजा ही नहीं। अपने पास ही लेकर बैठे रहे। चुनाव में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिए जाने की खबरों से जुड़े सवाल पर उदयभान ने कहा – यह मेरे और पार्टी नेतृत्व के बीच का मामला है। कांग्रेस विधायक दल के नेता से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय पर्यवेक्षकों द्वारा पार्टी विधायकों के साथ वन-टू-वन बातचीत करके फीडबैक लिया जा चुका है। पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट नेतृत्व को भेजी जा चुकी है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि 13 नवंबर से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले विधायक दल के नेता का फैसला हो जाएगा। प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी से इंकार करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ा। माहौल भी कांग्रेस के पक्ष में था। हर कोई यह मान रहा था कि सरकार कांग्रेस ही बनाएगी लेकिन भाजपा ने भ्रष्ट तरीके अपनाए। ईवीएम मशीनों को हैक किया गया। उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि भाजपा ने सैटिंग करके कांग्रेस से सरकार छीनी है।
हार को हम पचा नहीं पा रहे
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा – विधानसभा चुनाव के नतीजे हमारे लिए अप्रत्याशित हैं। हम इस हार को पचा नहीं पा रहे हैं। पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल की अध्यक्षता में बनाई गई आठ सदस्यीय कमेटी को लेकर उदयभान ने कहा कि यह कमेटी सभी उम्मीदवारों से बातचीत करेगी। कई हलकों से ईवीएम को लेकर शिकायतें भी आई हैं। कमेटी सभी शिकायतों को एकत्रित करेगी और विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके बाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
11 प्रतिशत बढ़ा वोट बैंक
चुनावी नतीजों को लेकर उदयभान ने कहा कि दोनों पार्टियों – भाजपा व कांग्रेस का वोट प्रतिशत लगभग बराबर रहा है। कांग्रेस ने पिछले चुनावों के मुकाबले 11 प्रतिशत अधिक वोट हासिल किए हैं, लेकिन फिर भी भाजपा 11 अधिक सीटें जीत गईं। चुनाव में हार के पीछे कुमारी सैलजा सहित दूसरे वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी व बागियों की भूमिका पर उदयभान ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। बागी तो पहले भी चुनाव लड़ते रहे हैं। एक-दो सीटों पर बागियों की वजह से असर पड़ सकता है लेकिन पूरे हरियाणा में नहीं।
वर्गीकरण का भी नुकसान
उदयभान ने माना कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत एससी आरक्षण में वर्गीकरण करने की वजह से भी कांग्रेस को नुकसान हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा जाति और धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है। एससी वर्ग की जातियों में भी विभाजन किया गया। संविधान निर्माता डॉ. भीमराम अम्बेडकर ने आरक्षण का प्रावधान किया था। यह पूरी तरह से सही था लेकिन भाजपा अब जातियों में ही बंटवारा कर रही है।
नेताओं के नुकसान भारी पड़े
चुनाव प्रचार के दौरान कई उम्मीदवारों द्वारा की गई बयानबाजी को भी वे हार के लिए जिम्मेदार मानते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा – मैंने एक भी ऐसा बयान नहीं दिया, जिससे किसी तरह की नाराजगी हुई हो। एनआईटी उम्मीदवार नीरज शर्मा, गन्नौर प्रत्याशी कुलदीप शर्मा व घरौंडा उम्मीदवार शमशेर सिंह गोगी के बयानों की वजह से नुकसान होने की बात उन्होंने स्वीकार की। यहां बता दें कि शमशेर सिंह गोगी ने पहले खुद का, फिर रिश्तेदारों का और फिर बागियों का घर भरने जैसा बयान दिया था। वहीं नीरज शर्मा ने 50 वोट पर एक नौकरी और कुलदीप शर्मा की ओर से पर्ची से नौकरी देने का बयान दिया गया था।