चंडीगढ़, 25 मार्च (ट्रिन्यू)प्रदेश सरकार ने योग गुरु धीरेंद्र ब्रह्मचारी की करोड़ों की संपत्ति के अधिग्रहण का फैसला लिया है। इसके लिए विधानसभा में अपर्णा संस्था (प्रबंधन एवं नियंत्रण ग्रहण) विधेयक 2025 पेश किया जा रहा है। गुरुग्राम के वजीराबाद में स्थित 24.16 एकड़ जमीन अपर्णा संस्था के नाम दर्ज है, जहां योग आश्रम, चिकित्सालय और अध्ययन केंद्र संचालित हो रहे हैं।धीरेंद्र ब्रह्मचारी के निधन के बाद इस संपत्ति को लेकर कानूनी विवाद चल रहा है। 2020 में दो लोगों ने खुद को सोसाइटी का प्रतिनिधि बताते हुए इसे 55 करोड़ रुपये में निजी कंपनियों को बेच दिया। हालांकि, गुरुग्राम डीसी ने इस बिक्री को रद्द कर दिया, जिसे हाईकोर्ट ने भी बरकरार रखा। मामले की अगली सुनवाई 29 मई को होनी है।सरकार इस संपत्ति को संरक्षित कर योग और प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा देना चाहती है। सरकार का तर्क है कि ब्रह्मचारी ने संन्यास ले लिया था, इसलिए उनकी छोड़ी संपत्ति पर राज्य का अधिकार बनता है। नए कानून के तहत सरकार इस संपत्ति का उपयोग योग मिशन को आगे बढ़ाने में करेगी।