मुख्यसमाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाब
हरियाणा | गुरुग्रामरोहतककरनाल
आस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकीरायफीचर
Advertisement

Haryana BJP crisis: जिसने पहली बार बनाया था विधायक, अब उन्होंने ही छुड़ाया हाथ

02:35 PM Sep 10, 2024 IST

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 10 सितंबर

Advertisement

Haryana BJP crisis: हरियाणा की नायब सरकार में स्वास्थ्य मंत्री और हिसार से भाजपा प्रत्याशी डॉ. कमल गुप्ता की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। संघ में अपने प्रभाव के चलते वे टिकट हासिल करने में तो कामयाब रहे, लेकिन पार्टी के ही नेताओं का ‘भरोसा’ नहीं जीत पा रहे हैं। दोनों ही बड़े और प्रभावी वैश्य नेताओं – पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल और पूर्व राज्यसभा सांसद सुभाष चंद्रा ने गुप्ता से दूरी बना ली है।

सावित्री जिंदल तो टिकट नहीं मिलने की वजह से नाराज हैं। वे चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर चुकी हैं, लेकिन सुभाष चंद्रा ने तो सोशल मीडिया के जरिये स्पष्ट कर दिया है कि वे इस बार किसी भी सूरत में कमल गुप्ता की मदद नहीं करेंगे। 2014 के विधानसभा चुनावों में कमल गुप्ता को पहली बार विधानसभा पहुंचाने में सबसे बड़ा योगदान सुभाष चंद्रा का ही रहा। यह अपनी तरह का पहला ऐसा चुनाव था जो जिंदल परिवार के खिलाफ सुभाष चंद्रा ने पूरी शिद्दत के साथ लड़ा था।

Advertisement

उस समय सावित्री जिंदल ने कांग्रेस सरकार में मंत्री रहते हुए हिसार से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ा था। भाजपा ने उनके खिलाफ डॉ. कमल गुप्ता को चुनावी मैदान में उतारा। सुभाष चंद्रा ने कमल गुप्ता के चुनाव की कमान अपने हाथों में ली। इस चुनाव में चंद्रा की वजह से ही कमल गुप्ता सावित्री जिंदल को चुनाव हराने में कामयाब रहे। 2019 में कमल गुप्ता कांग्रेस के रामनिवास राड़ा को चुनाव हराकर फिर से विधानसभा पहुंचने में सफल रहे, लेकिन उन्हेांने सुभाष चंद्रा के साथ लगभग दूरी बना ली।

इस बार कमल गुप्ता की टिकट कटने की प्रबल संभावना थी, लेकिन संघ में उनके पुराने प्रभाव के चलते पार्टी ने लगातार तीसरी बार गुप्ता को टिकट दिया। पूर्व मंत्री व कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल की माता सावित्री जिंदल ने कमल गुप्ता के टिकट की घोषणा होते ही मोर्चा खोल दिया। उन्होंने अपने वर्करों की बैठक बुलाकर भाजपा के फैसले पर नाराजगी जताई और हिसार से गुप्ता के खिलाफ चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया। अभी तक भी जिंदल परिवार, गुप्ता से दूरी बनाए हुए है।


इस बीच, सुभाष चंद्रा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट - एक्स (पहले ट्वीटर) पर पोस्ट करके कमल गुप्ता का समर्थन करने से साफ इन्कार कर दिया है। चंद्रा ने गुप्ता और खुद के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत की डिटेल भी लोगों के साथ साझा की है। पोस्ट में सुभाष चंद्रा ने लिखा – हरियाणा विधानसभा के लिए हिसार से भाजपा प्रत्याशी से तीन दिन पहले मेरा फोन पर वार्तालाप हुआ। इस पोस्ट में सुभाष चंद्रा ने जहां कमल गुप्ता को उलाहना दिया। साथ ही, यह भी स्पष्ट कर दिया कि लोग उनके खिलाफ हैं और वे मदद नहीं कर सकते।

यह रहा चंद्रा और गुप्ता का वार्तालाप

कमल गुप्ता : भाई साहब सादर प्रणाम और बधाई।
सुभाष चंद्रा : किस बात की बधाई, गुप्ता जी?
कमल गुप्ता : आपके छोटे भाई को टिकट मिलने की
सुभाष चंद्रा : छोटा भाई क्या 5 साल बाद फोन करता है। कम से कम तीज त्योहार पर तो फोन करता है।
कमल गुप्ता : इसीलिए आपका आशीर्वाद चाहिए।
सुभाष चंद्रा : इस बार तो मेरा आशीर्वाद नहीं मिलेगा। क्योंकि हिसार की जनता आपसे बहुत नाराज है।

Advertisement
Tags :
Haryana Assembly ElectionsHaryana BJP Crisisharyana newsHindi NewsHisar Assembly ConstituencyKamal GuptaSavitri JindalSubhash Chandraकमल गुप्तासावित्री जिंदलसुभाष चंद्राहरियाणा भाजपा संकटहरियाणा विधानसभा चुनावहरियाणा समाचारहिंदी समाचारहिसार विधानसभा क्षेत्र