Haryana Assembly Session: शीतकालीन सत्र में नहीं होगा प्रश्नकाल, बजट सत्र में होंगे सवाल-जवाब
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 7 नवंबर
Haryana Assembly Session: हरियाणा विधानसभा के 13 नवंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा। यानी विधायकों को सवाल-जवाब के लिए फरवरी-मार्च में प्रस्तावित बजट सत्र तक का इंतजार करना होगा। बजट सत्र लम्बा भी चलेगा और इस दौरान विधायकों को प्रश्नकाल प्रदेश के साथ-साथ अपने हलकों को लेकर सवाल करने का मौका मिलेगा। शीतकालीन सत्र में प्रश्नकाल इसलिए नहीं होगा क्योंकि यह सत्र पंद्रह दिन के अंतराल पर ही आ रहा है।
नियमों के हिसाब से विधानसभा की पहली सिटिंग के पंद्रह दिनों के बाद अगर सत्र बुलाया जाता है तो उसमें प्रश्नकाल करवाया जाना अनिवार्य है। पंद्रहवीं विधानसभा का पहला सत्र 25 अक्तूबर को हुआ था। इस एक दिवसीय सत्र के दौरान सभी विधायकों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी। दूसरा सत्र 13 नवंबर से शुरू हो रहा है। पहले सत्र और दूसरे के बीच पंद्रह दिन से कम की अवधि होने की वजह से प्रश्नकाल नहीं करवाने का निर्णय लिया गया है।
हालांकि यह स्पीकर हरविंद्र सिंह कल्याण के विशेषाधिकार का मामला है। अगर वे चाहेंगे तो प्रश्नकाल किया भी जा सकता है। लेकिन जिस तरह की तैयारियां फिलहाल चल रही हैं, उसके हिसाब से शीतकालीन सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा। अभी चूंकि नई सरकार का गठन हुआ ही है। ऐसे में विधायक राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा के दौरान ही अपने हलके की बात रख सकेंगे। प्रश्नकाल के लिए उन्हें बजट सत्र तक का इंतजार करना होगा।
शीतकालीन सत्र 13 नवंबर से शुरू होगा। दूसरी बैठक 14 नवंबर को होगी। इसके बाद 15 से 17 नवंबर तक अवकाश रहेगा और सत्र की आखिरी बैठक 18 नवंबर को होगी। इस दौरान सरकार द्वारा कई बिल भी विधानसभा में पेश किए जाएंगे। नायब सरकार द्वारा पहले कार्यकाल में जारी किए गए आर्डिनेंस भी सदन में पेश होंगे। पहले इन पर चर्चा होगी। अगर चर्चा के दौरान इनमें किसी तरह के बदलाव की जरूरत महसूस की जाती है तो आर्डिनेंस होल्ड भी किए जा सकते हैं।
सरकार का विजन पेश करेंगे राज्यपाल
नई सरकार के पहले सत्र की शुरूआत राज्यपाल अभिभाषण से होती है। एक दिन के सत्र में केवल विधायकों को शपथ दिलाई गई थी। अब शीतकालीन सत्र की शुरूआत राज्यपाल बण्डारू दत्तात्रेय के भाषण से होगी। राज्यपाल द्वारा विधानसभा में नायब सरकार का विजन और भविष्य का रोडमैप पेश किया जाएगा। अभिभाषण पर पहले ही सिटिंग में चर्चा भी होगी। चर्चा के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायक अपने सुझाव रख सकेंगे। साथ ही, वे अपने हलकों की समस्याएं भी रख सकेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी विधायकों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर जवाब देंगे।
बीएसी में तय होगा बिजनेस
शीतकालीन सत्र को लेकर विधायी कार्यों का फैसला बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (बीएसी) की बैठक में होगा। स्पीकर हरविंद्र सिंह कल्याण की अध्यक्षता में यह बैठक होगी। बैठक में सीएम नायब सिंह सैनी, डिप्टी स्पीकर कृष्ण मिढ्ढा, संसदीय कार्य मामले मंत्री महीपाल सिंह ढांडा व नेता प्रतिपक्ष मौजूद रहेंगे। कांग्रेस ने अभी तक नेता प्रतिपक्ष को लेकर फैसला नहीं किया है। इसी बैठक में सत्र के दौरान होने वाले विधायी कार्यों को लेकर शैड्यूल तय किया जाएगा।
यह है संभावित कार्यक्रम
सरकार की ओर से 13 नवंबर के अलावा 14 व 18 नवंबर का कार्यक्रम जारी किया हुआ है। यह संभावित कार्यक्रम है। इसमें बदलाव भी हो सकता है। 13 नवंबर को पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण, शोक प्रस्ताव, सदन के पटल पर रखे जाने वाले पेपर, राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा और धन्यवाद प्रस्ताव पर वोटिंग होगी। 14 नवंबर को अनुपूरक अनुमान (पहली किस्त) की प्रस्तुति, अनुपूरक अनुमानों की मांगों पर चर्चा, अनुपूरक अनुमानों की मांगों पर वोटिंग, विधायी कार्य और अन्य विषय रखे जाएंगे। इसके बाद 18 नवंबर को हरियाणा विनियोग विधेयक अनुपूरक अनुमानों के संबंध में प्रस्तुत किया जाएगा। इस पर वोटिंग होगी। सदन के पटल पर पेपर रखे जाएंगे। विधायी कार्य और अन्य कोई कार्य होगा।
इन आर्डिनेंस पर होगी चर्चा
नायब सरकार के पहले कार्यकाल में जारी किए गए आर्डिनेंस भी सदन में पेश होंगे। इन पर चर्चा होगी। इनमें सबसे अहम आर्डिनेंस है कौशल रोजगार निगम के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों को रिटायरमेंट उम्र यानी 58 वर्ष की उम्र तक रोजगार की गारंटी देने का आर्डिनेंस प्रमुख है। इसी तरह पंचायतों की तर्ज पर निकायों में बीसी-ए को आरक्षण का आर्डिनेंस है। पंचायतों की शामलात देह पर पुराने काबिज लोगों को मालिकाना हक देने का आर्डिनेंस भी सदन में पेश किया जाएगा। इसके अलावा सरकार और भी कई अहम विधेयक सदन में पेश करेगी।