Haryana-संघर्ष के सभी साथी आमने-सामने
विनोद जिन्दल/हप्र
कुरुक्षेत्र, 14 जनवरी
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के लिए जिन्होंने इकट्ठे संघर्ष किया, वे लगभग सभी अलग-अलग चुनाव मैदान में हैं और एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाने से नहीं चूक रहे हैं। सिख समाज संस्था के अध्यक्ष दीदार सिंह नलवी जहां स्वयं शाहबाद वार्ड से खड़े हैं, वहीं उन्होंने अपनी पार्टी की ओर से कुल 40 वार्डों में से 23 उम्मीदवार चुनाव में उतारे हुए हैं। 8 उम्मीदवारों को उन्होंने अपना समर्थन दिया हुआ है।
उनका कहना है कि उनका मुख्य टारगेट हरियाणा पंथक दल और उसके उम्मीदवार हैं, क्योंकि जिनके खिलाफ संघर्ष करके एचएसजीएमसी अस्तित्व में आई वे अगर जीतते हैं तो फिर शिरोमणि अकाली दल और एसजीपीसी अमृतसर का कब्जा हो जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा पंथक दल कुछ आजाद तथा अन्य उम्मीदवारों को जितवाने के लिए फंडिग कर रहा है। इसके साथ ही उनका आरोप है कि कुछ उम्मीदवार भाजपा समर्थित भी हैं। भाजपा सरकार ने जो एडहोक कमेटी के अध्यक्ष बनाए उन्होंने हरियाणा के सिखों के हित में कोई काम नहीं किया।
संघर्ष में अपनी अग्रणी भूमिका निभाने वाले एसजीपीसी में युवा अध्यक्ष के रूप में काम करने वाले कंवलजीत सिंह अजराना ने अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारा है। उनकी पत्नी बीबी रविन्द्र कौर अजराना एक बार एचएसजीएमसी कमेटी तथा दो बार एडहोक कमेटी में रह चुकी हैं। जब वे संघर्ष के चलते वर्ष 2004 में चुनाव लड़ी थी। उनका मुकाबला संघर्ष के दिनों में साथी रहे हरमनप्रीत सिंह के साथ हैं। कंवलजीत सिंह अजराना इस समय भाजपा में हैं। उनके मुकाबले में उतरे हरमनप्रीत सिंह को सिख पंथक दल तथा शिरोमणि अकाली दल का समर्थन प्राप्त है।
जगदीश झींडा खुद मैदान में
पंथक दल झींडा ग्रुप से जगदीश सिंह झींडा स्वयं मैदान में हैं। उन्होंने लगभग दो दर्जन से अधिक उम्मीदवार खड़े किए हुए हैं। कई आजादों को भी उन्होंने समर्थन दिया है। बलजीत सिंह दादूवाल दल आजाद भी चुनावी मैदान में है। दादूवाल स्वयं कालांवाली से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने भी अपने कई उम्मीदवार खड़े किए हैं। उन्होंने भी हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन और बाद में गुरुद्वारा साहिब को कब्जे लेने के लिए कड़ा संघर्ष किया हुआ है। इनके अलावा हरियाणा पंथक दल में भी संघर्ष के समय के जसबीर सिंह भाटी अगुवाई कर रहे हैं। प्रदेश के पूरे 40 वार्डों में कईं उम्मीदवारों को चुनाव में उतारा हुआ है।