Haryana-श्री गुरुद्वारा मंढोखरा साहिब में छोटे साहिबजादों को किया याद
बाबैन, 24 दिसंबर (निस)
दशम गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी के सर्वोच्च बलिदान की याद में मंगलवार को लाडवा-शाहाबाद रोड पर सुजरा बस अड्डे पर श्री गुरुद्वारा मंढोखरा साहिब पातशाही नौवीं की ओर से चाय व लंगर का प्रसाद वितरित किया गया।
श्री गुरुद्वारा मंढोखरा साहिब पातशाही नौवीं के बाबा सुरेन्द्र सिंह ने स्वयं लंगर का प्रसाद वितरित किया। उन्होंने कहा कि देश, कौम व धर्म पर सर्वस्व न्योछावर करने वाले दशमेश पिता गुरु गोबिंद सिंह का इस संसार में कोई सानी नहीं है। गुरू गोबिंद सिंह ने स्वयं व उनके साहिबजादों ने धर्म पर अडिग रहते हुए धर्म की रक्षा लिए अपनी जान तक दे दी लेकिन मुस्लिम धर्म कबूल नहीं किया। ऐसी महान कुर्बानी देने वाली आत्माओं को हम सब नतमस्तक होकर नमन करते हैं।
इस अवसर पर अमरेन्द्र सिंह शिकागो, हरप्रीत सिंह चीमा, बलकार सिंह रावा, बलबीर सिंह, गुरसेवक सिंह, गुरविन्द्र सिंह, अवतार सिंह, मनप्रीत सिंह, गुरप्रीत सिंह खालसा, जसप्रीत सिंह, गुरबचन सिंह, उद्यम सिंह, रत्तन सिंह, सुखविन्द्र सिंह, हरभजन सिंह, रोशन लान्रल, जरनैल सिंह, सुरजीत विर्क, जगदेव सिंह के अलावा अनेक गण्यमान्य लोग भी उपस्थित थे।
बलिदान दिवस पर लगाया केसर दूध का लंगर
बराड़ा (निस) : गुरु गोबिंद सिंह जी के अमर शहीद चार साहिबजादों के बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि देते हुए केसर दूध का लंगर लगाया गया। आर्मी कैंटीन की ओर से लगाए केसर दूध के लंगर में राहगीरों ने प्रसाद ग्रहण किया। गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों की शहादत को समर्पित दिसंबर का इस पौष माह में जगह-जगह लंगर लगाए जाते हैं और कीर्तन दरबार सजाए जाते हैं। जब भी उनकी शहादत को याद किया जाता है तो सभी का सर श्रद्धा से झुक जाते हैं। बता दें आर्मी कैंटीन की ओर से गर्मियों में ठंडे पानी की छबील लगाकर समाजसेवा की जाती है।