Haryana-'किसानों को मिलेगी रोगमुक्त सब्जी की पौध'
मुख्य सचिव ने कहा कि इस यूनिट की स्थापना से किसानों की आय बढ़ने के साथ उपभोक्ताओं को भी रसायन रहित सब्जियां उपलब्ध हो पायेंगी। उन्होंने बताया कि सब्जी उत्पादन में कीटनाशकों व दवाओं का इस्तेमाल अधिक होने से लागत बढ़ती है। साथ ही सब्जियों की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है, लेकिन ग्राफ्टिंग तकनीक का प्रयोग करके इससे बचा जा सकेगा।
कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने कहा कि ग्राफ्टिंग एक अनूठी बागवानी तकनीक है जिसका उपयोग से निमेटोड व मिट्टी से पैदा होने वाली बीमारियों को दूर करने के लिए या विभिन्न पर्यावरणीय परिस्थितियों के अनुसार पौधे की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाता है। ग्राफ्टिंग विधि बैगन, टमाटर, मिर्च, शिमला मिर्च के अलावा कद्दू वर्गीय सब्जी जैसे खीरा, टिंडा, तरबूज़, व खरबूज़ आदि में संभव है।
इस अवसर पर मंडल आयुक्त ए. श्रीनिवास, उपायुक्त अनीश यादव, एसडीएम ज्योति मित्तल, मुख्य सचिव के ओएसडी हन्नी बंसल, हकृवि के कुलसचिव डॉ. पवन कुमार व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें।