इस्राइल पर हमास का भीषण हमला, युद्ध छिड़ा
यरूशलम, 7 अक्तूबर (एजेंसी)
गाजा पट्टी में सत्तारूढ़ चरमपंथी हमास ने शनिवार तड़के इस्राइल पर अभूतपूर्व हमला करते हुए हजारों रॉकेट दागे। साथ ही हमास के सैकड़ों लड़ाके हवाई, जमीनी और समुद्र के रास्ते इस्राइली सीमा में घुस गए। हमला शुरू होने के कई घंटे बाद भी, हमास के चरमपंथी कई इस्राइली इलाकों में गोलीबारी करते रहे। जवाब में इस्राइली सेना ने गाजा में हमला किया। दोनों तरफ करीब 300 लाेगों के मारे जाने की सूचना है। इस्राइल से आयी रिपोर्ट के अनुसार देश में 100 लोग मारे गये हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं। वहीं, फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि गाजा में इस्राइल के जवाबी हमले में कम से कम 198 लोगों की मौत हो गई और 1,610 लोग घायल हो गये।
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने टेलीविजन पर अपने संबोधन में कहा, ‘हम युद्धरत हैं। अभियान नहीं, बल्कि युद्ध छिड़ गया है। हमास ऐसी कीमत चुकाएगा, जैसा उसने सोचा भी न होगा।’ शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की एक बैठक में नेतन्याहू ने कहा कि पहली प्राथमिकता दुश्मन घुसपैठियों से इलाके को खाली कराना है। इस्राइल की सेना ने कहा कि चरमपंथियों ने पैराग्लाइडर के जरिये हवा के माध्यम से भी हमला किया और कम से कम 7 स्थानों पर घुसपैठ की।
5000 रॉकेट दागने का दावा
जानकारी के अनुसार, इस्राइल पर लगभग 2,500 रॉकेट दागे गये। हालांकि, हमास की सैन्य शाखा के नेता मोहम्मद दीफ ने कहा कि ‘ऑपरेशन अल-अक्सा स्टॉर्म’ शुरू करते हुए शनिवार तड़के इस्राइल में 5,000 रॉकेट दागे गये। इस बीच, सोशल मीडिया पर हमास लड़ाकों के वीडियो प्रसारित हो रहे हैं, जो इस्राइली सैन्य वाहनों को घुमाते देखे जा सकते हैं।
कठिन घड़ी में हम इस्राइल के साथ : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘इस्राइल में आतंकवादी हमलों की खबर से स्तब्ध हूं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ित परिवारों के साथ हैं। इस कठिन घड़ी में हम इस्राइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।’
भारतीयों को सतर्क रहने का परामर्श
तेल अवीव : भारतीय दूतावास ने इस्राइल में मौजूद सभी भारतीयों को सतर्क किया है। दूतावास ने परामर्श में कहा, इस्राइल में वर्तमान स्थिति को देखते हुए सावधानी बरतें, अनावश्यक आवाजाही से बचें और सुरक्षित स्थलों के करीब रहें। दूतावास की वेबसाइट पर दिए गये विवरण के अनुसार, इस्राइल में लगभग 18,000 भारतीय नागरिक हैं। इस्राइल में भारतीय मूल के लगभग 85,000 यहूदी भी हैं, जो
50 और 60 के दशक में भारत से गये थे।