हमास ने छोड़े दो और बंधक, गाजा पर हमले तेज
रफाह/वाशिंगटन, 24 अक्तूबर (एजेंसी)
इस्राइल ने गाजा पट्टी में चरमपंथी संगठन हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर हमले तेज कर दिए हैं। इस बीच, हमास ने अपने बंधक में रखीं इस्राइल की दो वृद्ध महिलाओं को रिहा कर दिया है। उधर, अमेरिका ने क्षेत्र में तनाव बढ़ने की आशंका जताई है। पेंटागन ने शहरी युद्ध में पारंगत एक मरीन कोर के जनरल जेम्स ग्लिन समेत सैन्य सलाहकारों को पश्चिम एशिया की ओर भेजा है। साथ ही पश्चिम एशिया में कई अत्याधुनिक वायु रक्षा प्रणालियों को भी तेजी से भेजा जा रहा है। ग्लिन इस्लामिक स्टेट के खिलाफ विशेष अभियान बलों का नेतृत्व करने में मदद कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि हमास के चरमपंथियों के खिलाफ इस्राइल जल्द ही जमीनी स्तर पर कार्रवाई शुरू कर सकता है। गौर हो कि इस्राइल ने गाजा पर हमले के बाद इसकी सीमाओं को सील कर दिया है, जिसके कारण गाजा के 23 लाख लोगों के सामने भोजन, पानी और दवा की कमी हो गई है। इस्राइल ने मंगलवार को कहा कि उसने बीते 24 घंटे में 400 हवाई हमले किए, जिसमें हमास के कई कमांडर और लड़ाके मारे गए। गाजा में बड़े पैमाने पर जमीनी हमले करने की भी इस्राइल तैयारी कर रहा है। यह तैयारी ऐसे समय में की जा रही है जब हमास ने वर्षों से पूरे उत्तरी गाजा के घने शहरी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सुरंग बनाई हैं और प्रतिद्वंद्वी को मात देने के लिए कई रणनीतिक मोर्चे बना रखे हैं। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि ईरान ‘कुछ मामलों में सक्रिय रूप से इन हमलों को बढ़ावा दे रहा है और दूसरों को उकसा रहा है जो अपने या ईरान के हित के लिए संघर्ष का फायदा उठाना चाहते हैं।’ इस बीच, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि इलाके में 24 घंटे में इस्राइली हवाई हमलों में 700 से अधिक लोगों की मौत हो गयी। यह इस्राइली बमबारी में एक दिन में मरने वालों की अब तक की सबसे अधिक संख्या है। उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दावा किया है कि गाजा में दो तिहाई अस्पताल बंद हो चुके हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों पहुंचे तेल अवीव
हमास के खिलाफ इस युद्ध के बीच विभिन्न देशों के नेताओं का इस्राइल आकर उसके प्रति एकजुटता व्यक्त करना जारी है। इसी के तहत मंगलवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों तेल अवीव पहुंचे। मैक्रों ने हमास के हमले में मारे गए फ्रांस के नागरिकों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने इस्राइल के शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात की। मैक्रों ने इस्राइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग से मुलाकात कर कहा कि वह एकजुटता व्यक्त करने तथा लोगों की पीड़ा साझा करने के साथ-साथ यह आश्वस्त करने के लिए आए हैं कि आतंकवाद के खिलाफ इस युद्ध में उसे अकेला नहीं छोड़ा जाएगा।
‘हमास को जड़ से उखाड़ फेंकना जरूरी’
हमास को बर्बर आतंकवादी संगठन करार देते हुए भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने कहा कि इसे जड़ से उखाड़ फेंकने की आवश्यकता है। अमेरिका के कैपिटल हिल में भारतीय मूल के प्रमुख अमेरिकियों के एक समूह को संबोधित करते हुए थानेदार ने कहा, ‘हमास सिर्फ बर्बर आतंकवादी हैं। इसके अलावा, उन्हें किसी और तरीके से परिभाषित नहीं किया जा सकता है।’ इस्राइल के समर्थन में ‘हिंदू एक्शन’ की ओर से आयोजित कार्यक्रम में थानेदार ने कहा, ‘यह समय उन्हें सिर्फ पीछे ढकेलने का नहीं, वे फिर से संगठित होकर वापस आएंगे और अत्याचार करेंगे। हमें धरती से उनका नामोनिशान मिटा देना चाहिए।’