IPL 2025 LSG vs GT : लखनऊ के नवाबों ने दी गुजरात के टाइटन्स को मात, मार्करम-पूरन के अर्धशतक ने दिलाई जीत
लखनऊ, 12 अप्रैल (भाषा)
IPL 2025 LSG vs GT : लखनऊ सुपर जायंट्स ने निकोलस पूरन की सात छक्के और एक चौके जड़ित 61 रन की पारी और एडेन मार्करम (58 रन) के अर्धशतक से शनिवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग मैच में गुजरात टाइटन्स के खिलाफ तीन गेंद रहते छह विकेट से जीत दर्ज की।
यह लखनऊ की टीम की लगातार तीसरी जीत है जिसने टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण करते करते हुए गेंदबाजों की बदौलत गुजरात जायंट्स को तेज शुरूआत के बावजूद छह विकेट पर 180 रन पर रोक दिया जिसके लिए कप्तान शुभमन गिल (60 रन) और साई सुदर्शन (56 रन) ने अर्धशतक जड़े। लखनऊ सुपर जायंट्स पूरन (34 गेंद, एक चौका, सात छक्के) और मार्करम (31 गेंद, नौ चौके, एक छक्का) की पारी से लक्ष्य के करीब पहुंची। उसने 19.3 ओवर में चार विकेट पर 186 रन बनाकर जीत दर्ज की। गुजरात टाइटन्स को इस तरह चार जीत के बाद हार का मुंह देखना पड़ा।
पंत (21 रन) और मार्करम ने मिलकर पावरप्ले में 61 रन जोड़कर सधी शुरूआत की। पर अगले ही ओवर में प्रसिद्ध कृष्णा (26 रन देकर दो विकेट) पर चौका जड़ने के बाद गेंद को ऑफ साइड पर ऊंचा उठा बैठे और वाशिंगटर सुंदर को कैच थमाकर आउट हुए। अब पूरन क्रीज पर उतरे, उन्होंने सहज होते ही आक्रामक बल्लेबाजी करना शुरू किया जिसकी शुरूआत उन्होंने आठवें ओवर में राशिद खान (35 रन देकर एक विकेट) की गेंद को छक्के के लिए पहुंचाकर की। एक गेंद बाद उन्हें जीवनदान मिला और उन्होने मौके का पूरा फायदा उठाकर अगले ओवर में सुंदर पर एक चौका और एक छक्का जड़ा।
10वें ओवर में साई किशोर की गेंदों को पूरन ने धुन डाला जिसमें तीन छक्के जड़े थे। इसी ओवर में 24 रन बने जिसमें मार्करम ने अपना अर्धशतक पूरा किया। पर मार्करम भी कृष्णा का दूसरा शिकार बने लेकिन पूरन का गेंदबाजों को धुनना जारी रहा, उन्होंने 13वें ओवर में मोहम्मद सिराज की पहली गेंद पर डीप मिडविकेट पर गगनदायी छक्का जड़ा जिससे वह ‘ओरेंज कैप' की दौड़ में साई सुदर्शन से ऊपर चले गए। फिर इसी ओवर की चौथी गेंद को चौके के लिए पहुंचाकर 23 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। यह छह पारियों में उनका चौथा अर्धशतक रहा।
फिर आयुष बडोनी (नाबाद 28 रन) ने अंतिम ओवर में चौका और छक्का जड़कर टीम को जीत तक पहुंचाया। इससे पहले कप्तान शुभमन गिल (60 रन, छह चौके, एक छक्का) और साई सुदर्शन (56 रन, सात चौके, एक छक्का) के अर्धशतकों तथा दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 120 रन की साझेदारी के बावजूद गुजरात टाइटन्स की टीम छह विकेट पर 180 रन ही बना सकी। सुदर्शन (37 गेंद में 56 रन) ने सत्र का अपना चौथा अर्धशतक लगाया और गिल (38 गेंद में 60 रन) के साथ मिलकर बड़े स्कोर के लिए मंच तैयार किया। लेकिन घरेलू टीम के गेंदबाजों ने जोरदार वापसी की और तीन विकेट चटकाकर स्कोरिंग गति पर ब्रेक लगा दिया।
पहले विकेट के लिए सत्र की सर्वश्रेष्ठ साझेदारी के बाद मेहमान टीम आखिरी आठ ओवरों में सिर्फ 60 रन ही बना सकी। बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद सुदर्शन ने शानदार शुरुआत की। उन्होंने शार्दुल ठाकुर (34 रन देकर दो विकेट) की शॉर्ट गेंद पर बैकवर्ड प्वाइंट पर चौका लगाकर पारी की शुरुआत की। सुदर्शन और गिल दोनों ने लगभग हर ओवर में बाउंड्री जमाई और घरेलू गेंदबाजों को परेशान किया। गुजरात की टीम ने छठे ओवर में अपना अर्धशतक पूरा किया जब सुदर्शन ने आवेश खान (32 रन देकर एक विकेट) की गेंद को बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर चौके के लिए पहुंचाया।
मेहमान टीम ने पावरप्ले में 64 रन बनाए। गिल ने जहां आक्रामक होकर बल्लेबाजी की, वहीं सुदर्शन ने संयमित होकर दूसरे छोर पर उनका साथ निभाया। गिल ने अपना पहला छक्का एडेन मार्करम की गेंद पर सीधे लांग ऑन पर जमाया। कप्तान ने नौवें ओवर में दिग्वेश राठी (30 रन देकर एक विकेट) की गेंद पर एक रन लेकर 31 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। गुजरात टाइटन्स ने 10 ओवर तक बिना किसी नुकसान के 103 रन बना लिए थे। हालांकि 11वें ओवर में दिग्वेश की गेंद पर सुदर्शन को अब्दुल समद ने जीवनदान दिया। फिर सुदर्शन ने जल्द ही फाइन लेग बाउंड्री पर स्वीप करके अपना अर्धशतक पूरा किया।
दोनों बल्लेबाजों ने मैदान के हर हिस्से में बाउंड्री की बरसात कर दी और लखनऊ सुपर जायंट्स के गेंदबाजों की रणनीति काम नहीं कर रही थी। मेजबान टीम को आखिरकार 13वें ओवर की पहली गेंद पर सफलता मिली जब आवेश (32 रन देकर एक विकेट) की गेंद पर गिल लांग ऑन बाउंड्री के करीब मार्करम को कैच दे बैठे। फिर रणनीतिक टाइमआउट के तुरंत बाद सुदर्शन के रूप में गुजरात को एक और झटका लगा।
ब्रेक बाद बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने बिश्नोई (36 रन देकर दो विकेट) की गेंद को एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से उठा दिया लेकिन निकोलस पूरन ने शानदार कैच लपक लिया। बिश्नोई ने इसी ओवर में वाशिंगटन सुंदर को भी अपना शिकार बनाया। जोस बटलर (16 रन) बड़ी पारी नहीं खेल पाए और दिग्वेश राठी का शिकार बन गए। शार्दुल ठाकुर अंतिम ओवर में हैट्रिक बनाने की कोशिश में थे लेकिन इससे चूक गए।