बाजरे की विकसित किस्म हेतु हकृवि ने कंपनी से किया एमओयू साइन
हिसार, 19 फरवरी (हप्र)
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित बाजरे की उन्नत किस्में अब न केवल हरियाणा बल्कि देश के अन्य प्रदेशों में भी अपना परचम लहराएंगी। इसके लिए विश्वविद्यालय ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप के तहत तकनीकी व्यवसायीकरण को बढ़ावा देते हुए गुजरात की नामी बीज कंपनी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने कहा कि जब तक विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा किया गया शोध किसानों तक नहीं पहुंचेगा तब तक उसका कोई लाभ नहीं है। इसलिए इस तरह के समझौतों से विश्वविद्यालय का प्रयास है कि यहां विकसित उन्नत फसल किस्मों व तकनीकों को अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाया जा सके। उपरोक्त समझौते के तहत विश्वविद्यालय द्वारा विकसित बाजरे की उन्नत किस्म हाईब्रिड एचएचबी 67 उन्नत 2 का बीज तैयार कर कंपनी किसानों तक पहुंचाएगी ताकि उन्हें इस किस्म का विश्वसनीय बीज मिल सके और उनकी पैदावार में इजाफा हो सकें। कुलपति ने बताया कि आमतौर पर एक किस्म किसानों के बीच 8 से 10 वर्षों तक ही प्रसिद्ध रहती है और इसके बाद दूसरी किस्में आ जाती हैं।