देखरेख के अभाव में योग के लिए पूरी तरह से नहीं तैयार व्यायामशालाएं
अरविंद शर्मा / निस
जगाधरी, 20 जून
करीब 6 साल पहले सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र में करोड़ों रुपये खर्च कर व्यायामशालाएं व पार्क बनाए थे। इसका उद्देश्य लोगों को अच्छी सेहत प्रदान करना था, लेकिन उचित देखभाल के अभाव में कुछ व्यायामशालाएं शोपीस बनकर रह गई हैं। ऐसी ही कुछ व्यायामशालाएं जगाधरी इलाके में हैं। क्षेत्र की भोजपुर- परवालो, भूलखेड़ी, महमूदपुर व्यायामशालाओं के बाथरूम खस्ताहाल बने हुए हैं। यहां पर सफाई भी नहीं है। लगाए गए पौधे भी सूख गए हैं। वहीं, कृषि मंत्री इसे लेकर उचित दिशा-निर्देश देने की बात कह रहे हैं।
21 जून को देश-दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इसे लेकर कई दिनों से तैयारियां चल रही हैं। सरकार ने करीब 6 साल पहले 5 मई को करोड़ों रुपये खर्च कर व्यायामशालाओं कम पार्कों का उद्घाटन किया था।जानकारी के अनुसार जिले में सरकार द्वारा बनाई गई करीब 29 व्यायामशालाएं व इनके साथ पार्क हैं। ये व्यायामशालाएं क्षेत्र के सुघ, भोजपुर, महमुदपुर, नगावां जगीर, भूलखेड़ी, सभापुर, गुगलो, टोपरा, खुर्द बन, बहादुरपुर, हरीपुर कंबोयान आदि में हैं।
जानकारी के अनुसार प्रत्येक व्यायामशाला व पार्क पर करीब 30 लाख रुपये के बीच खर्च आया था। इनमें बाकायदा शौचालय आदि भी बनाए गए थे। इनकी देखभाल का जिम्मा ग्राम पंचायतों पर है। भोजपुर-परवालो सहित कुछ व्यायामशालाएं उपेक्षा का शिकार हैं। इनके पार्क भी बदहाल हैं। इनके बाथरूम भी दयनीय हालत में हैं।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री बोले
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री चौ. कंवरपाल गुर्जर का कहना है कि व्यामशालाओं व इनके साथ बने पार्कों की देखरेख का जिम्मा आयुष विभाग का है। इनमें सफाई आदि का कार्य ग्राम पंचायत को कराना होता है। पंचायतों के पास पर्याप्त फंड है। चौ. कंवरपाल का कहना है कि इसे लेकर संबंधित विभाग को उचित कदम उठाने के दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। संबंधित ग्राम पंचायतों को भी कहा जाएगा।