Gyan ki Baatein : फाल्गुन अमावस्या आज, इस दिन दूसरों के घर भोजन करने के लिए क्यों मना करती हैं दादी-नानी?
चंडीगढ़, 27 फरवरी (ट्रिन्यू)
Gyan ki Baatein : हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, जो हर महीने कृष्ण पक्ष की आखिरी या 15वीं तिथि पर पड़ती है। आज फाल्गुन अमावस्या है। हिंदू धर्म में फाल्गुन अमावस्या का विशेष पवित्र महत्व है। इस दौरान भक्त हवन, यज्ञ, गंगा में पवित्र स्नान आदि करते हैं। इसके अलावा इस दिन पितृ पूजा और पितृ तर्पण करने का भी रिवाज हैं। इस दौरान लोग श्राद्ध रीति-रिवाज निभाते हैं और अपने मृत पूर्वजों को प्रार्थना, भोजन व पेय अर्पित करते हैं।
कब है फाल्गुन अमावस्या?
ज्योतिषीय के अनुसार, फाल्गुन अमावस्या 27 फरवरी को सुबह 08 बजकर 54 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 28 फरवरी को सुबह 06 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी।
अमावस्या पर ना करें ये काम
हिंदू धर्म में अमावस्या पर कई काम करने की मनाही होती है जैसे अमावस्या के दिन काले कपड़े ना पहनने, बाल खुले ना रखना और किसी सुनसान जगह पर अकेला जाना आदि। इसके अलावा, ऐसा कहा जाता है कि अमावस्या के दिन किसी दूसरे व्यक्ति के घर जाकर भोजन नहीं करना चाहिए।
क्या कहता है शास्त्र?
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन किसी और के घर पर खाना खाना अशुभ माना जाता है क्योंकि यह दिन पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिए समर्पित होता है। चूंकि अमावस्या अंधकार से जुड़ी है और इस दिन पूर्वजों से जुड़ने का समय माना जाता है इसलिए घर पर सादा भोजन पकाकर खाना बेहतर माना जाता है।
ग्रहण के दिन भी ना करें दूसरे के घर भोजन
वहीं, स्कंद पुराण के अनुसार, जो लोग अमावस्या के दिन किसी दूसरे के घर भोजन ग्रहण करते हैं उनके सभी पुण्य फल नष्ट होते हैं। सिर्फ अमावस्या ही नहीं, हिंदू धर्म में ग्रहण के दिन भी किसी दूसरे के घर भोजन करने की मनाही होती है।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।