Gyan Ki Baat : मंगलवार को नॉनवेज खाने के लिए क्यों मना करती हैं दादी-नानी?
चंडीगढ़, 31 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Gyan Ki Baat : हिंदू धर्म में मांस-मछली का सेवन अच्छा नहीं माना जाता है। सनातन धर्म में शुद्ध और सात्विक भोजन को ही महत्व दिया जाता है लेकिन बावजूद इसके कई लोग नॉनवेज का सेवन करते हैं। हालांकि नॉनवेज खाने वाले लोग मंगलवार को परहेज करते हैं। वहीं, दादी-नानी भी अक्सर , मंगलवार को नॉनवेज ना खाने के लिए कहती हैं। चलिए ऐसा क्यों है...
मंगलवार को क्यों नहीं खाना चाहिए नॉनवेज?
हिंदू धर्म में कई लोग मंगलवार को मांसाहारी भोजन नहीं खाते क्योंकि यह दिन रामभक्त भगवान हनुमान का माना जाता है। क्योंकि भगवान हनुमान शुद्ध ब्रह्मचारी और भक्त शिरोमणि हैं। मंगलवार को मांसाहारी भोजन से परहेज करना हनुमान जी के साथ खुद को जोड़ने और आत्म-संयम का अभ्यास करने का एक तरीका माना जाता है।
एक अन्य कारण यह भी है कि मंगलवार का दिन मंगल ग्रह से जुड़ा है, जिसे लाल ग्रह के नाम से जाना जाता है लेकिन मांसाहारी भोजन न खाना केवल मंगलवार तक ही सीमित नहीं है। गुरुवार और शनिवार को भी पवित्र दिन माना जाता है जब लोगों को मांस खाने से बचना चाहिए।
क्या कहती हैं पौराणिक कथाएं?
लोककथाओं के अनुसार, जब भारत के ब्राह्मणों ने उस समय शाकाहार अपनाया, तो वह चाहते थे कि आम लोग भी शाकाहार अपनाएं लेकिन आम लोग जिद्दी थे और शाकाहार अपनाना नहीं चाहते थे। ऐसे में आम लोगों को अपने पक्ष में करने के लिए ब्राह्मणों ने कहानियां गढ़ीं कि आज इस भगवान की पूजा की जानी चाहिए और इसलिए आज मांसाहार नहीं करना चाहिए।
फिर आम लोगों ने चुना कि वे किन देवताओं की पूजा करेंगे। कुछ ने हनुमान को चुना इसलिए वह मंगलवार को मांसाहार नहीं करते। कुछ ने शिव को चुना इसलिए वे सोमवार को मांसाहार नहीं करते। इन सभी कारणों से आज भारत में यह प्रथा शुरू हुई है।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।