Gyan Ki Baat : जब श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को बताए थे धन-संपत्ति बढ़ाने के राज, दिया था ये उपदेश
चंडीगढ़, 2 जनवरी (ट्रिन्यू)
Gyan Ki Baat : जब पांडवों में सबसे बड़े पुत्र युधिष्ठिर को तत्कालीन राजा धृतराष्ट्र द्वारा हस्तिनापुर की गद्दी पर बैठाया गया तो भगवान कृष्ण इस समारोह में भाग लेने के लिए महल में पहुंचे। ऐसा कहा जाता है कि राज्याभिषेक की रात भगवान कृष्ण और युधिष्ठिर हस्तिनापुर के भविष्य के बारे में बात कर रहे थे तभी भगवान कृष्ण ने उन्हें कुछ ऐसे राज बताए थे जो घर में धन, संपत्ति, सुख और समृद्धि बनाए रखेंगे।
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर को धन वृद्धि के बारे में पांच मुख्य सिद्धांत बताए थे। भगवान कृष्ण के अनुसार, घर में इन चीजों की मौजूदगी से न केवल सकारात्मक ऊर्जा आती है बल्कि घर में रहने वालों का मन और आत्मा भी शुद्ध होती है। भगवान कृष्णा ने युधिष्ठिर को एकादशी व्रत के बारे में बताते हुए घर में जल, गाय का घी, शहद, चंदन और वीणा रखने के लिए कहा था जो घर में सकारात्मक ऊर्जा भी आती है।
हिंदू संस्कृति में जरूरतमंदों को जल चढ़ाना, ईश्वरीय पूजा के बाद दूसरा स्थान रखता है इसलिए हमें हमेशा सिखाया जाता है कि सबसे पहले भगवान सूर्य, देवी-देवताओं और घर आए हर मेहमान को जल चढ़ाना चाहिए। यह धन के अच्छे और निरंतर प्रवाह के लिए कहा जाता है। साथ ही, शौचालय क्षेत्र में हमेशा पानी से भरी एक बाल्टी को अच्छी तरह से ढककर रखने की सलाह दी जाती है।
भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर को एक लोकप्रिय कहावत याद दिलाई, जो इस प्रकार है, 'हजारों विषैले सांपों से घिरे होने के बावजूद, चंदन का पेड़ कभी अपनी सुगंध नहीं खोता है,' इसी प्रकार चाहे कितनी भी नकारात्मकता क्यों न हो; घर में चंदन की उपस्थिति किसी भी बुराई को दूर करती है।
हिंदू धर्म में गाय को सबसे पवित्र जानवर माना जाता है, इसलिए इसके दूध से तैयार घी को बहुत पवित्र माना जाता है। धार्मिक रूप से घर के अंदर पूजा स्थल पर देवी-देवताओं को घी का दीपक चढ़ाना सम्मानजनक भक्ति का कार्य माना जाता है। साथ ही रोजाना गौसेवा करें और उन्हें रोटी व गुड़ जरूर खिलाएं।
भगवान कृष्ण बताते हैं कि जिस तरह देवी सरस्वती कीचड़ से निकले कमल के फूल पर विराजमान होती हैं, वह उससे अछूती रहती हैं। उसी तरह अगर कोई अपने घर में देवी सरस्वती की मूर्ति या उनका वाद्य यंत्र वीणा रखता है, तो घर गरीबी और अनिश्चितता से अछूता रहता है।
भगवान कृष्ण के अनुसार, शहद एक ऐसा शुद्ध तत्व है जो न केवल मनुष्य की आत्मा को शुद्ध करता है, बल्कि घर की आभा को भी शुद्ध करता है। शहद में इतनी प्रबल सकारात्मक ऊर्जा होती है, जो घर में मौजूद किसी भी नकारात्मक तत्व को खत्म कर देती है।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।