Gyan Ki Baat : भोजन करते समय बोलो मत... ऐसा क्यों कहती हैं दादी-नानी?
चंडीगढ़ , 13 जनवरी (ट्रिन्यू)
Gyan Ki Baat : चुपचाप भोजन करो, बोलो मत... आपने भी खाने के समय बोलते हुए बहुत बार अपनी दादी-नानी या घर के बड़ों से डांट खाई होगी। अक्सर भोजन करते समय बोलने के लिए मना किया जाता है। सनातन धर्म में भी भोजन के दौरान बात करने से मना किया जाता है। चलिए जानते हैं इसका धार्मिक व वैज्ञानिक महत्व...
माना जाता है असभ्य
खाने के दौरान बात करने से सामाजिक और स्वास्थ्य दोनों ही तरह की कई समस्याएं हो सकती हैं। सबसे पहले, इसे कई संस्कृतियों में असभ्य माना जाता है क्योंकि यह दूसरों के खाने के अनुभव को बाधित कर सकता है। वहीं, धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, भोजन पर ध्यान केंद्रित करना जरूरी होता है, इसलिए खाना खाते समय बात करने को मना किया जाता है।
भोजन के नियम
हिंदू धर्म शास्त्रों में खाना खाने के कुछ नियम बताए गए हैं और भोजन करने की पूरी प्रक्रिया पूजा की तरह मानी जाती है। भोजन करते समय उसे अच्छी तरह चबाना चाहिए और भोजन के बाद थोड़ा-सा टहलना जरूर चाहिए। टहलने के बाद बाईं ओर करवट लेकर सोना चाहिए, इससे खाना जल्दी पच जाता है।
भोजन बनाने से लेकर उसे ग्रहण करने तक कुछ बातों का ध्यान रखने से घर में खुशहाली का आगमन होता है। भोजन करने से पहले मंत्र का जाप करना, दाहिने हाथ से भोजन करना सबसे अहम है। इसके अलावा शास्त्रों में जिक्र किया गया है कि भोजन करते समय बात-चीत करने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती है और इसे भोजन का अपमान समझा जाता है।
विज्ञान का क्या कहना?
एक्सपर्ट बताते हैं कि जब कोई चबाते समय बात करता है तो इससे घुटन का खतरा हो सकता है क्योंकि भोजन ठीक से निगला नहीं जा सकता है। इसके अतिरिक्त, यह अपच का कारण बन सकता है क्योंकि बात करने से खाने और पाचन की प्राकृतिक प्रक्रिया में बाधा आ सकती है। वहीं, बिना बात किए हुए और अच्छी तरह चबाकर भोजन करने से शरीर को भी इसका पूरा लाभ मिलता है।
ऊर्जा होती है नष्ट
ऐसी मान्यता है कि भोजन करते समय बोलने से इसे पचाने के लिए ज्यादा ऊर्जा लगती है और बात करने में सारी ऊर्जा नष्ट हो जाती है, जिससे भोजन पचाने में दिक्कत होती है और इसका पूरी फायदा नहीं मिलता।
तो आपका भोजन ठीक से नहीं पचता है और इसके पूर्ण लाभ नहीं मिलते हैं। यही नहीं जल्दबाजी में बात करते हुए खाया गया भोजन आपकी सेहत को भी पूर्ण लाभ नहीं प्रदान करता है।