Gyan Ki Baat : रात में बाहर मत सुखाओ बच्चों के कपड़े, दादी-नानी की इस बात से जानिए विज्ञान का कनेक्शन
चंडीगढ़ , 16 जनवरी (ट्रिन्यू)
Gyan Ki Baat : सनातन धर्म में सूर्यास्त के बाद कई कार्य को करने की मनाही होती है जैसे झाड़ू ना लगाना आदि। वहीं, रात के समय बच्चों के कपड़े सुखाने की भी मनाही होती है, खासकर छोटे बच्चों के। अक्सर आपने भी दादी-नानी को कहते हुए सुना होगा कि रात को बच्चे के कपड़े बाहर मत छोड़ना। ऐसा इसलिए कहा जाता है, ताकि भविष्य में होनी वाली अशुभ घटना से बच जाएंगे चलिए आपको बताते हैं दादी-नानी की इस बात से शास्त्र और विज्ञान का क्या कनेक्शन है।
रात में बाहर क्यों नहीं छोड़ने चाहिए बच्चों के कपड़े?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सूर्यास्त के बाद वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है, जो कपड़ों में प्रवेश कर सकता है। बाद में यह बच्चे के सेहत और स्वभाव को नुकसान पहुंचा सकता है। ज्योतिषाशास्त्र बताते हैं कि रात्रि के समय धरती पर पड़ने वाला चंद्रमा का प्रकाश भी कपड़ों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
क्या कहता है विज्ञान?
रात के समय आमतौर पर नमी अधिक होती है, जो सुखाने की प्रक्रिया को धीमा कर देती है और नम कपड़ों पर फफूंद के बढ़ने का कारण बन सकती है, खासकर अगर वे सुबह तक पूरी तरह से सूखे न हों। नम कपड़ों से निकलने वाले फफूंद बच्चे की सेंसटिव स्किन पर चकत्ते या एलर्जी का कारण बन सकता है। ऐसे में बच्चों के कपड़ों को रात में बाहर नहीं सुखाने चाहिए।
दिन में कपड़े सुखाएं
- जब भी संभव हो बच्चों के कपड़ों को दिन में सुखाने के लिए बाहर लटका दें क्योंकि सूरज की रोशनी बैक्टीरिया को मारने और कपड़ों को तेजी से सुखाने में मदद कर सकती है।
- अगर मौसम की स्थिति बाहर कपड़े सुखाने के लिए उपयुक्त नहीं है, तो कपड़ों को अच्छी तरह से सुखाने के लिए कपड़े सुखाने की ड्रायर का उपयोग करें।
-अगर आपको कपड़े अंदर सुखाने ही हैं तो नमी को रोकने के लिए हवा का अच्छा संचार सुनिश्चित करें।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।