मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

Gyan Ki Baat : घर में झाड़ू को खड़े करके नहीं रखना चाहिए... ऐसा क्यों कहती हैं दादी-नानी

11:42 AM Jan 22, 2025 IST

चंडीगढ़ , 22 जनवरी (ट्रिन्यू)

Advertisement

Gyan Ki Baat : वास्तु में झाड़ू को बहुत ज्यादा महत्व दिया जाता है। शाम को झाड़ू ना लगाने से लेकर उसे रखने से सही जगह तक... वास्तु में झाड़ू को लेकर कई नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करके आप अपने घर की खुशहाली बनाए रख सकते हैं। अक्सर आपने अपने बड़े बुजुर्गों को भी कहते सुना होगा.. शाम को झाड़ू ना लगाओ, झाड़ू को खड़ा करके ना रखे , झाड़ू ना लांघों आदि। चलिए आपको बताते हैं झाड़ू से जुड़े कुछ जरूरी नियम जिनका आपको ध्यान रखना चाहिए।

खड़े करके ना रखें झाड़ू

शास्त्रों में झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है इसलिए इसे सही तरीके से रखना जरूरी है। वास्तु के मुताबिक, झाड़ू को कभी भी खड़ा करके नहीं रखना चाहिए क्योंकि इससे घर में दरिद्रता और आर्थिक तंगी आती है। वहीं, झाड़ू को लेटाकर रखना शुभ माना जाता है।

Advertisement

साफ-सुथरी जगह पर रखें

माना जाता है कि झाड़ू को सही दिशा में रखने से घर में खुशहाली आती है और घर में खुशहाली बनी रहती है, जबकि गलत जगह पर रखी गई झाड़ू आपके जीवन में परेशानियां ला सकती है। शास्त्रों के अनुसार झाड़ू को घर में ऐसी जगह रखना चाहिए, जहां पर घर के बाहर का कोई भी सदस्य उसे न देख सके।

क्या झाड़ू को बिस्तर के नीचे रखना सही

वास्तु में झाड़ू रखने के लिए एक सही दिशा और कुछ खास जगह बताई गई है, जिसमें बिस्तर के बीच की जगह झाड़ू के लिए उचित नहीं मानी जाती है। अगर आप ऐसा करते हैं तो घर में वास्तु दोष हो सकता है और आपकी खुशियों में कमी आ सकती है। बिस्तर के नीचे रखी झाड़ू आपके घर में नकारात्मकता ला सकती है।

इस दिशा में रखें झाड़ू

अगर वास्तु की बात करें तो इसे हमेशा साफ-सुथरी जगह पर रखने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा आपको झाड़ू को हमेशा घर के उत्तर-पश्चिम कोने में रखना चाहिए। इसे उत्तर-पूर्व या दक्षिण-पूर्व कोने में ना रखें।

टूटी हुई झाड़ू ना रखें

घर में कभी भी टूटी हुई झाड़ू नहीं रखनी चाहिए। झाड़ू के टूटते ही तुरंत दूसरी झाड़ू ले आएं और शुक्रवार जैसे शुभ दिन पर पुरानी झाड़ू को घर से बाहर फेंक दें।

डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।

Advertisement
Tags :
Dadi-Nani Ki BaateinDainik Tribune Hindi NewsDainik Tribune newsGyan Ki BaatHindi NewsHindu DharmHindu Religionlatest newsLearn From EldersReligious Storiesदैनिक ट्रिब्यून न्यूजहिंदी न्यूज