गुरुग्राम की तरह विश्व में चमके गुरुग्राम विश्वविद्यालय
गुरुग्राम, 5 जुलाई (निस)
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय मंगलवार को अचानक गुरुग्राम विश्वविद्यालय जा पहुंचे और विश्वविद्यालय की व्यवस्थाएं देखीं तथा फैकल्टी सदस्यों से बातचीत की। राज्यपाल ने कहा कि सोमवार को ही केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री के सचिव, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के चेयरमैन तथा एआईसीटीई के चेयरमैन से दिल्ली में मुलाकात हुई थी और उनसे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि हरियाणा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने की दिशा में अच्छा काम किया जा रहा है। राज्यपाल ने प्राध्यापकों से कहा कि वे रिसर्च, इन्क्यूबेशन और नई तकनीक पर जोर दें। गुरुग्राम शहर का नाम भारत ही नही विदेश में भी विख्यात है, उसी प्रकार गुरुग्राम विश्वविद्यालय का भी विश्व भर में नाम हो। विदेश से विद्यार्थी यहां पढ़ने आएं। राज्यपाल ने यह भी कहा कि हैदराबाद फार्मास्यूटिकल का हब है और वे प्रयास करेंगे कि वहां की फार्मा कंपनी के साथ इस विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय का एमओयू हो ताकि विद्यार्थियों को प्लेसमेंट में लाभ मिले।
राज्यपाल ने गुरुग्राम के गांव कांकरौला-भांगरौला के निकट सेक्टर-87 में 48 एकड़ में बनाए जा रहे गुरुग्राम विश्वविद्यालय के परिसर को भी जल्द पूरा करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री मनोहर लाल उस परिसर का अवलोकन करके आए थे। विश्वविद्यालय के बारे में जानकारी मिली है कि यहां 17 फैकल्टी काम कर रहे हैं जबकि जरूरत 170 की है। इस मौके पर राज्यपाल ने जीयू के नए शैक्षणिक सत्र (2022-23) के लिए सूचना विवरणिका जारी की और प्रबंधन विभाग के शोध जर्नल ‘गुरुग्राम यूनिवर्सिटी बिज़नेस रिव्यु‘ का भी विमोचन किया। उन्होंने डिजिटल ई-लाइब्रेरी का उद्घाटन भी किया। इस अवसर पर गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने राज्यपाल को अगले शिक्षा सत्र (2022-23) से शुरू होने वाले 15 नये रोजगारपरक कोर्सों की जानकारी दी। प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय के साथ 33 कॉलेज संबंधित हैं।