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Gulab Chand Kataria : 80 साल की उम्र में 8 किमी पैदल चले राज्यपाल कटारिया

05:00 AM Dec 11, 2024 IST
जालंधर में मंगलवार को 'एंटी ड्रग मार्च' से पहले पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने विश्व विख्यात धावक फौजा सिंह को प्रणाम किया (बाएं) फिर उनके साथ मार्च में भाग लिया। - दैनिक ट्रिब्यून

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
जालंधर, 10 दिसंबर
पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया (Gulab Chand Kataria) (80) मंगलवार को यहां नशा विरोधी मार्च में आठ किलोमीटर तक पैदल चले। ‘नशा मुक्त-रंगला पंजाब’ अभियान के तहत आयोजित यह दो दिवसीय मार्च 114 वर्षीय मैराथन धावक फौजा सिंह (Fauja Singh के गांव ब्यास से भाठे गांव की ओर शुरू हुआ। फौजा सिंह अपनी उम्र के बावजूद राज्यपाल के साथ करीब 1.5 किमी तक चले।
इस मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने महिलाओं से नशे के खिलाफ एकजुट होने और इसका सक्रिय रूप से विरोध करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को इस मुद्दे पर शिक्षित करें। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि नशीली दवाओं की लत न केवल किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर प्रभाव डालती है, बल्कि परिवार के लिए भी कष्ट लाती है और अक्सर महिलाओं को इस संकट का खमियाजा भुगतना पड़ता है। राज्यपाल ने इस बात पर जोर दिया कि ड्रग्स की समस्या को खत्म करने के लिए जहां सरकारें व्यापक कार्रवाई कर रही हैं, वहीं इसके पूर्ण उन्मूलन के लिए सभी नागरिकों के सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
राज्यपाल कटारिया (Gulab Chand Kataria) ने कहा कि ड्रग्स न केवल अपने आप में एक समस्या है, बल्कि अपराध जैसे कई मुद्दे भी इससे जुड़े हैं। नशे के खिलाफ लड़ाई में व्यापक भागीदारी का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी अभियान लोगों के सहयोग के बिना सफल नहीं हो सकता। उन्होंने आने वाली पीढ़ियों के लिए लोगों को इस मिशन में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी और प्रमुख लेखक एवं सामाजिक कार्यकर्ता खुशवंत सिंह के प्रयासों से आयोजित यह मार्च भाठे गांव पहुंचा, जहां से बुधवार को करतारपुर में जंग-ए-आजादी स्मारक पर पहुंचेगा। उम्मीद है कि राज्यपाल बुधवार को फिर 6.5 किमी से अधिक पैदल चलेंगे।
कार्यक्रम में ललित जैन, निदेशक, एमएचए (जनगणना और नागरिकता), चंडीगढ़ और पूर्व आईएएस अधिकारी व रेड क्रॉस पंजाब के सचिव शिवदुलार सिंह ने भी भाग लिया। उन्होंने राज्यपाल के नेतृत्व की सराहना की और नशीली दवाओं के खतरे से निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों के महत्व पर जोर दिया।

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