Ground Zero : इमरान हाशमी बोले- 'ग्राउंड रिपोर्ट' में भावना नहीं, सच्चाई दिखाना था मकसद, जानें कब होगी मूवी रिलीज
मुंबई, 17 अप्रैल (भाषा)
अभिनेता इमरान हाशमी का कहना है कि उनकी आने वाली फिल्म ‘ग्राउंड जीरो' का उद्देश्य देशभक्ति को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना नहीं, बल्कि एक सच्ची कहानी को ईमानदारी से पेश करना है, जिसका असली नायक एक बीएसएफ अधिकारी है।
फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी की एक्सेल एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित इस एक्शन-थ्रिलर फिल्म में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारी नरेंद्र नाथ धर दुबे की वीरगाथा दिखाई गई है। उन्होंने वर्ष 2001 में संसद और अक्षरधाम मंदिर पर हुए आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए अभियान चलाया था। इमरान ने कहा कि शुरुआत से ही मेरी यही सोच थी कि फिल्म में देशभक्ति को बढ़ाचढ़ा कर नहीं दिखाना है, क्योंकि तब वो जबरदस्ती लगने लगता है। दर्शकों को तब कहानी से जुड़ाव नहीं होता।
उन्होंने कहा कि फिल्म के निर्माण के दौरान उन्होंने सत्यता और ईमानदारी को सबसे पहले रखा। हमने इसमें ड्रामा और मनोरंजन तो रखा, लेकिन उस हद तक कि वह वर्ष 2001 की सच्ची घटना की सच्चाई को तोड़े नहीं। अगर ड्रामा अधिक हो गया, तो बात बिगड़ जाती है। हाशमी ने फिल्म में एक संवाद 'प्रहार होगा' का जिक्र करते हुए कहा कि ड्रामे के साथ थोड़ी रचनात्मक स्वतंत्रता जरूरी होती है, लेकिन अगर वो देशभक्ति के नाम पर नकली लगे, तो बात बिगड़ जाती है।
उन्होंने खुद दुबे से मुलाकात की ताकि उनके किरदार की गहराई को समझ सकें। मैं कोई नकल नहीं करना चाहता था। जब आप बीएसएफ की दुनिया को दर्शा रहे हों, तो आपको हर पहलू को सही ढंग से पेश करना होता है। ये फिल्म आने वाली पीढ़ियों के लिए है और उनके परिवार इसे देखेंगे, इसलिए हमें संवेदनशील और सतर्क रहना था।
25 अप्रैल को रिलीज होगी फिल्म
फिल्म की शूटिंग के दौरान कश्मीर के अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि हमने बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में शूट किया और कहीं कोई समस्या नहीं हुई। लोगों ने बहुत सहयोग किया, उनका बर्ताव सम्मानजनक था।
हमें वहां की सुरक्षा एजेंसियों का भी सहयोग मिला। 'ग्राउंड जीरो' में इमरान हाशमी के साथ साई तम्हणकर और जोया हुसैन भी अहम भूमिकाओं में हैं। फिल्म 25 अप्रैल को रिलीज होने जा रही है।