राज्यपाल-मंत्री विवाद : गवर्नर की नाराजगी दूर करने राजभवन पहुंचे सुक्खू
शिमला, 28 जून (हप्र)
कृषि मंत्री चंद्र कुमार द्वारा कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति की नियुक्ति को लेकर राज्यपाल के प्रति की गई टिप्पणी से उपजे विवाद के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज राजभवन शिमला पहुंचे। सुक्खू ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से शिष्टाचार भेंट की और इस मुद्दे पर सरकार का पक्ष रखा। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने इस मामले को लेकर राज्यपाल से मन मुटाव दूर करने को लेकर बातचीत की। मुख्यमंत्री के साथ इस तरह मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी की मौजूद रहे। 30 मिनट से अधिक की मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा कि संवाद नहीं होने के कारण गलतफहमी पैदा हुई थी। उन्होंने कुछ विषयों को लेकर राज्यपाल की नाराजगी को उचित ठहराया और विश्वास दिलाया कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लापरवाही हुई थी, इसे भविष्य में दोहराया नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई।
हिमाचल विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति संबंधी फाइल राजभवन से एक माह पहले सरकार के पास पहुंच गई थी और अभी विधि विभाग के पास पड़ताल के लिए पड़ी हुई है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने ये भी कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान व्यस्तताओं के कारण राज्यपाल से मिलना नहीं हुआ।
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कृषि मंत्री चंद्र कुमार को गलत बयानबाजी करने के लिए चेताया था।
सार्वजनिक क्षमायाचना करें चंद्र कुमार: बिंदल
हिमाचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कहा है कि प्रदेश के राज्यपाल के निर्णय एवं कार्यशैली के ऊपर वर्तमान कांग्रेस और उनके मित्र मंत्रियों द्वारा की गई टिप्पणी अवांछनीय है। उन्होंने आज शिमला में कहा कि कांग्रेस के मंत्री का बयान हमारे लोकतांत्रिक ढांचे के सर्वोच्च स्थान पर बैठे राज्यपाल के प्रति पूरी तरह से अपमान है। बिंदल ने मांग की कि मंत्री राज्यपाल से सार्वजनिक क्षमायाचना करे।
सौर ऊर्जा परियोजना का शिलान्यास
शिमला (हप्र) : मुख्यमंत्री सुक्खू ने ऊना के कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के अघलौर में 10 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना का शिलान्यास किया। यह सौर ऊर्जा परियोजना 19 हेक्टेयर क्षेत्रफल में तीन माह में बनकर तैयार हो जाएगी, जिसमें प्रति वर्ष 22.73 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। इससे सरकार को प्रति वर्ष आठ करोड़ का राजस्व प्राप्त होगा और 791 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला ऊना में यह दूसरी सौर ऊर्जा परियोजना है इससे पहले पेखूबेला में भी 32 मेगावाट क्षमता की सौर परियोजना तैयार की गई है।