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मेला अथॉरिटी बनाएगी सरकार, बड़े कार्यक्रमों का करेगी आयोजन

12:30 PM Dec 06, 2023 IST
चंडीगढ़ में मंगलवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती समारोह के आयोजन को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए। इस मौके गीता मनीष्ाी स्वामी ज्ञानानंद भी उपस्थित रहे।

चंडीगढ़, 5 दिसंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार अब मेला अथॉरिटी का गठन करेगी। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं। प्रदेश में होने वाले मेलों का आयोजन अथॉरिटी द्वारा किया जाएगा। मुख्य रूप से हर साल कुरुक्षेत्र में मनाई जाने वाली अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती का जिम्मा अथॉरिटी के पास होगा। मंगलवार को चंडीगढ़ में मीडिया से रूबरू हुए सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इसकी घोषणा की। इस मौके पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद मुख्य रूप से मौजूद रहे।
प्रेस कांफ्रेंस में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य सचिव विकास गुप्ता, सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ़ अमित अग्रवाल, राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती, मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय, चीफ मीडिया कोऑर्डिनेटर सुदेश कटारिया, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सीईओ अखिल पिलानी, पब्लिक रिलेशन के अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) विवेक कालिया, 48 कोस मॉनिटरिंग कमेटी के चेयरमैन एमएम छाबड़ा व कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव उपेंद्र सिंगला मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
सीएम ने कहा कि इस बार गीता जयंती महोत्सव 7 से 24 दिसंबर तक मनाया जाएगा। असम इस बार सहयोगी राज्य होगा। ब्रह्म सरोवर स्थित पुरुषोत्तमपुरा बाग में असम सरकार द्वारा पैवेलियन लगाया जा रहा है। इसमें उनकी संस्कृति, शिल्प, खान-पान आदि से संबंधित स्टाल आकर्षण का केंद्र रहेंगे। सीएम ने कहा कि 2016 से राज्य सरकार गीता जयंती को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मना रही है। अभी तक मॉरिशस, कनाडा और आॅस्ट्रेलिया में सफल आयोजन हो चुके हैं। इस बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गीता जयंती का आयोजन अमेरिका में होगा।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 17 दिसंबर को ब्रह्म सरोवर पर गीता यज्ञ एवं पूजन से इस महोत्सव का विधिवत शुभारंभ करेंगे। इसके बाद वे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी का शुभारम्भ भी करेंगे। संगोष्ठी 19 दिसंबर तक चलेगी। सीएम ने कहा कि धीरे-धीरे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव मेला आर्थिक दृष्टि से सेल्फ-फाइनेंस की दिशा में बढ़ रहा है। कुंभ मेले की तर्ज पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के लिए अलग से मेला अथॉरिटी बनाई जाएगी, जो अपने स्तर पर इसका आयोजन करेगी। सरकार की ओर से एक मेला अधिकारी तैनात किया जाएगा, जो सरकार की ओर से की जाने वाली व्यवस्थाओं को देखेगा। उन्होंने कहा कि यह मेला ऑथोरिटी महोत्सव के आयोजन की प्लानिंग और जिलों में भी अपनी व्यवस्थाएं करेगी। इस मौके पर सीएम ने लोगों से आह्वान किया कि वे 23 दिसंबर गीता जयंती के सुबह 11 बजे एक मिनट तक एक साथ गीता पाठ करें। इस दौरान 3 श्लोक का पाठ होगा। सभी नागरिक अपने घर या कार्यस्थल पर इस गीता पाठ के साथ जुड़ कर गीता के 3 श्लोक का पाठ करें। इसके लिए जियो गीता ऐप के माध्यम से जुड़ सकते हैं। इस मौके पर स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर समूची मानवता के लिए गीता का संदेश प्राणी के लिए चिंतन का ग्रंथ है। आज के समय में विश्व में युद्ध व अशांति का वातावरण है, ऐसे समय में गीता की प्रासंगिकता कहीं अधिक है।

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48 कोस की मिट्टी से बनेगी भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा

23 दिसंबर को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 48 कोस कुरुक्षेत्र के तीर्थों पर एक सम्मेलन आयोजित होगा। इसमें कुरुक्षेत्र भूमि के 164 तीर्थ समितियों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। तीर्थ प्रतिनिधि अपने तीर्थ की मिट्टी एवं जल भी लेकर आएंगे। इस मिट्टी से भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा बनाई जाएगी। गीता जयंती के दिन यानी 23 दिसंबर को कुरुक्षेत्र में 18 हजार विद्यार्थियों द्वारा वैश्विक गीता पाठ किया जाएगा। धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र के सभी 164 तीर्थों पर 23 दिसंबर को दीपोत्सव का आयोजन होगा। मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए 7 से 24 दिसंबर तक फन फेयर व एयरो स्पोर्ट्स का आयोजन होगा। 17 से 24 दिसंबर तक विद्यार्थियों के लिए रंगोली, क्ले मॉडलिंग, सांझी, पॉट डेकोरेशन, फैंसी ड्रेस, झांकी एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। महोत्सव को लेकर 26 नवंबर से ऑनलाइन गीता प्रश्नोत्तरी चल रही है, जो बुधवार को सम्पन्न होगी। ऑनलाइन प्रतियोगिता में 70 हजार से अधिक नागरिकों ने अपना पंजीकरण करवाया है। 3 दिसंबर को कुरुक्षेत्र में गीता मैराथन का सफल आयोजन किया गया।

शिल्प एवं सरस मेला लगेगा

ब्रह्मसरोवर के तट पर 7 दिसंबर को शिल्प एवं सरस मेले से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव शुरू होगा। इसमें लोगों को एक बार फिर से राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों एवं शिल्पकारों का संगम देखने का अवसर मिलेगा। महोत्सव में हरियाणा के लोकनृत्य, शिल्प, लघुउद्योग, खान-पान इत्यादि से संबंधित हरियाणा पैवेलियन लगेगा। इससे महोत्सव में आने वाले पर्यटक एवं तीर्थयात्री हरियाणा की संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे। हरियाणा के विकास एवं उन्नति विषयक प्रदर्शनियां भी विभिन्न विभागों द्वारा इस अवसर पर लगाई जा रही हैं। 22 और 23 दिसंबर को 2 दिन हर जिले में गीता उत्सव के कार्यक्रम आयोजित होंगे। देश के कोने-कोने से आने वाले आगंतुकों को महोत्सव में अधिक समय व्यतीत करने को मिले, इसलिए इस बार 18 दिन तक इस महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। पिछले साल 16 दिन तक चला था। प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर 17 से 24 दिसंबर तक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, महोत्सव में भारतीय सांस्कृतिक सम्बद्ध परिषद (आईसीसीआर) की भागीदारी भी होगी। पूरे विश्व में भारतीय सांस्कृति सम्बद्ध परिषद के सभी 37 केंद्रों पर ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन होगा। विजेताओं को महोत्सव के दौरान कुरुक्षेत्र में आमंत्रित किया जाएगा। 7 से 24 दिसंबर तक ब्रह्म सरोवर के पावन तट पर भजन संध्या और उसके बाद भव्य गीता आरती का आयोजन होगा। यह आरती देश के अन्य तीर्थों पर संध्याकाल को होने वाली भव्य आरती के ही समान है। 22 दिसंबर को महोत्सव के दौरान पुरुषोत्तमपुरा बाग में संत सम्मेलन होगा। इसमें देश के प्रख्यात संत मिलकर गीता एवं अध्यात्म विषय पर चर्चा करेंगे।

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