मिनिस्टि्रयल स्टाफ के पद समाप्त करना चाहती है सरकार : खटाणा
भिवानी, 10 अगस्त (हप्र)
हड़ताली कर्मियों का कहना है कि वेतन बढ़ोतरी का नोटिफिकेशन जारी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। हड़ताली कर्मियों का नेतृत्व राज्य कमेटी सदस्य भरत सिंह खटाणा तथा संचालन मनदीप राशिवास ने किया। हेमसा के प्रांतीय उपाध्यक्ष राजेश लांबा ने कहा कि राज्य सरकार मानव विहीन कार्यालय स्थापित कर मिनिस्टि्रयल स्टाफ के पदों को समाप्त करने की साजिश कर रही है। वेतनमान की बात हो या पदोन्नति मिनिस्टि्रयल स्टाफ कर्मी लगातार पिछड़ता ही जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार अपने चुनावी घोषणा पत्र के मुताबिक मंत्रिमंडल के प्रस्ताव को लागू करते हुए सातवें वेतन आयोग में लिपिक/स्टेनोटाइपिस्ट का वेतन 35400, सहायक/आंकड़ा सहायक/ स्टेनोग्राफर 44900, उपाधीक्षक 47600, अधीक्षक 56100 का शीघ्र नोटिफिकेशन जारी करें। सकसं के प्रांतीय उपाध्यक्ष नरेंद्र दिनोद ने कहा कि सरकार बिना किसी देरी के 25 अगस्त 2014 के मंत्रिमंडल के फैसले को लागू कर मिनिस्टि्रयल स्टाफ की मांग को शीघ्र पूरा करें, अन्यथा अन्य विभागों के साढ़े 4 लाख कच्चे-पक्के कर्मचारी इस हड़ताल में कूच करेंगे। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने 9 साल बीत जाने के बाद भी अपने चुनावी वादों को पूरा नहीं किया, जिससे कर्मियों में भारी रोष है। सरकारी महकमों ने आउटसोर्सिंग, ठेका प्रथा, निजीकरण की नीतियों को बढ़ावा देकर अपने चहेते पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। इस अवसर पर अनिल फौजी, सुरेंद्र सिंह, प्रवीण कुमार, अनिल नागर, सुमन रानी, उर्मिला देवी, प्रोमिला, पुरुषोत्तम, दास कुमार, महेंद्र श्योराण, सुरेंद्र सिंह, कृष्ण रूपाणा, कमलचंद्र सरोहा, सुशील आमलपुर आदि मौजूद रहे।