मुख्यसमाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाब
हरियाणा | गुरुग्रामरोहतककरनाल
रोहतककरनालगुरुग्रामआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकीरायफीचर
Advertisement

सरकार राहत राशि पर श्वेत पत्र करे जारी : चित्रा

09:09 AM Jun 18, 2024 IST
अम्बाला छावनी के इलाकों का सोमवार को दौरा करतीं कांग्रेस नेता चित्रा सरवारा । -हप्र
Advertisement

अम्बाला, 17 जून (हप्र)
कांग्रेस नेता चित्रा सरवारा ने पिछली बार अम्बाला में आई बाढ़ पर भाजपा सरकार व प्रशासनिक अधिकारियों से सवाल करते हुए कहा कि इस बार हरियाणा सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए क्या तैयारी की है। चित्रा सरवारा ने अनेक इलाकों का दौरा करते हुए कहा कि इस बार फिर मानसून सर पर है और हरियाणा सरकार ने पिछली बार हुए नुकसान पर किस-किस को कितना-कितना मुआवजा दिया, इस बारे में भी श्वेत पत्र जारी करे। सरवारा ने कहा कि अभी तक सोये हुए जिला प्रशासन ने पिछली बार बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन तक नहीं किया, अभी भी अम्बाला जिला में सभी नाले गाद से भरे पड़े हैं और सफाई की व्यवस्था तक नहीं की गई। न ही टांगरी नदी के तटबंधों को मजबूत किया गया है। कांग्रेस नेत्री ने मानसून के सर पर होने के बाद अम्बाला के हालात को देखते हुए कटाक्ष किया कि आने वाली बरसात के बाद बाढ़ और कहीं पड़े सूखे को लेकर आज पूरा अम्बाला त्रस्त नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि आज कितने ही इलाके ऐसे हैं जहां लोगों को पीने का पानी तक नहीं मिल पा रहा है । लोग अपनी प्यास बुझाने के लिए या तो अपने पैसे से पानी के टैंकर मंगवा रहे हैं या सरकार की तरफ पानी के टैंकर भेजने की तरफ टकटकी लगाये देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली बार भी भीषण गर्मी और नल में पानी न आने की वजह से कई इलाकों में उन्होंने स्वयं कॉलोनी में टैंकर भिजवाकर लोगों की प्यास बुझाई थी।
चित्रा सरवारा ने कहा अबकी बार मौसम विभाग द्वारा अधिक बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है लेकिन अम्बाला में पानी निकासी के लिए ड्रेनेज निर्माण और ड्रेनेज को चौड़ा करने, उनमें स्टड लगाने, तटबंद मजबूत करने के सरकार के 80 प्रतिशत दावे अधूरे पड़े दिखाई दे रहे हैं। पिछली बार भी बाढ़ के बाद लोगों को सरकार द्वारा भूखा और प्यासा छोड़ दिया गया। कहीं ट्यूबवेल खराब पड़े थे तो कहीं बाढ़ विभीषिका के कारण कई लोगों के घर डूब गए थे। उनका सामान बाढ़ में बह गया था। ज्यादातर फसलें पानी में बह गई थीं । यहां तक कि बाढ़ में बहने वाले मवेशियों का भी अभी तक नहीं पता चल पाया, लेकिन हरियाणा के मंत्री नेता अपनी पब्लिसिटी करवाने के लिए बोट्स में चढ़कर फोटो खिंचवाने में व्यस्त थे।

Advertisement
Advertisement
Advertisement