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व्यापारी, किसान के हित में शंभू बॉर्डर तुरंत खोले सरकार : निर्मल सिंह

07:32 AM Jul 05, 2024 IST
व्यापारी  किसान के हित में शंभू बॉर्डर तुरंत खोले सरकार   निर्मल सिंह
अम्बाला शहर के कालका चौक पर बृहस्पतिवार को धरना देते कांग्रेसजन एवं व्यापारी प्रतिनिधि। -हप्र
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अम्बाला शहर, 4 जुलाई (हप्र)
कांग्रेस पार्टी की ओर से आज शहर में व्यापारी संगठनों व किसानों के हित में एक जोरदार धरना प्रदर्शन पार्टी के वरिष्ठ नेता निर्मल सिंह की अगुवाई में कालका चौक पर किया  गया, जहां अनेक व्यापारी
संगठनों व कांग्रेस के नेताओं ने एक सुर में शंभू बॉर्डर को खोलने की मांग रखी। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं व व्यापारियों को संबोधित करते हुए निर्मल सिंह ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार को व्यापारियों और किसानों की मांगों का तुरंत समाधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश के किसान अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जा रहे थे लेकिन हरियाणा की सरकार ने केंद्र के इशारे पर शंभू बॉर्डर को बैरिकेड व कीलें लगाकर बंद कर दिया। इस कारण किसान पिछले 5 महीने से सर्दी, गर्मी और बरसात में सड़कों पर कष्ट सह रहे हैं। सरकार की तानाशाही सोच के कारण हरियाणा-पंजाब की सीमा सील होने के चलते अम्बाला के व्यापारियों का भी कारोबार बंद पड़ा है।
भाजपा सरकार के अड़ियल रवैये से व्यापारियों का लाखों रुपये का नुकसान हुआ है, कई कर्मचारियों को अपनी नौकरियां तक गंवानी पड़ीं। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में पंजाब के व्यापारी और अनेक लोग अपने बच्चों की शादियों व अन्य समारोह की खरीदारी के लिए अम्बाला आते थे लेकिन रास्ता बंद होने से व्यापार ठप हो चुका है। निर्मल सिंह ने भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही इस रास्ते को न खोला गया तो साथियों से सलाह कर इस धरने को और बड़ा करते हुए कांग्रेस पार्टी तब तक जारी रखेगी जब तक यह मार्ग खुल नहीं जाता।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता चित्रा सरवारा ने इस मौके पर कहा कि कांग्रेस पार्टी इस मामले को संसद में भी उठा रही है। विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दों और सड़क मार्ग बंद करने के मुद्दे को संसद उठाया है और स्थानीय सांसद वरुण चौधरी व रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा से भी इसे संसद में उठाने का आग्रह किया गया है। व्यापारी वर्ग पहले ही भारी भरकम जीएसटी, नोटबंदी, कोरोना, बाढ़ जैसे हालात के कारण बर्बादी के कगार पर है।

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