घटिया दवा निर्माताओं को कड़ी सजा पर विचार करे सरकार : हाईकोर्ट
शिमला, 13 मई (हप्र)
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने प्रदेश में घटिया दवाओं के उत्पादन की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है। कोर्ट ने इसे रोकने के लिए दोषी दवा निर्माताओं और प्रयोगशालाओं के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान करने पर विचार करने के प्रदेश सरकार को आदेश जारी किए। कोर्ट ने कहा कि कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं कि अफ्रीकी देशों में हिमाचल प्रदेश में बनाई दवाओं का इस्तेमाल करने से अनेक मौतें हुई। अब समय आ गया है जब नकली दवा निर्माताओं के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान किया जाए। अदालत ने कहा कि यह व्यथित कर देने वाली बात है कि बद्दी में दो राज्य स्तरीय दवा प्रयोगशालाओं के लिए पर्याप्त धन की व्यवस्था होने के बावजूद उन्हें संचालित नहीं किया जा रहा। यहां तक कि एक प्रयोगशाला के लिए भवन का निर्माण केंद्र और राज्य सरकार ने जनता का धन खर्च कर किया। कोर्ट ने सरकार को इन प्रयोगशालाओं के संचालन में आ रही बाधाओं को दूर करने के प्रयास करने के आदेश दिए।
मामले की सुनवाई के दौरान पीपल फॉर रिस्पांसिबल गवर्नेंस संस्था की ओर से अदालत को बताया गया कि वर्ष 2014 में उद्योग विभाग की ओर से 3.50 करोड़ रुपये प्रयोगशाला के निर्माण के लिए खर्च किए गए हैं लेकिन अभी तक इसे चालू नहीं किया गया है।