मूक-बधिर बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ रही सरकार
फरीदाबाद, 1 जनवरी (हप्र)
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि एडिप स्कीम समाज के प्रत्येक वर्ग को आगे बढ़ाने की मोदी सरकार के इरादों को सार्थक रूप देती है। इस प्रकार की समाज कल्याण की योजनाएं जन-जन के जीवन में सार्थक बदलाव लाने का प्रयास करती है। सर्वोदय अस्पताल द्वारा की गई कॉकलियर इम्प्लांट सर्जरी से सुनने और बोलने की क्षमता हासिल करने वाले बच्चों के तत्वावधान में सोमवार को धन्यवाद समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें भारी उद्योग और ऊर्जा विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर मुख्यअतिथि थे। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने मूक-बधिर दिव्यांग बच्चों के साथ नये वर्ष का स्वागत किया और उन्हें चॉकलेट, मिठाइयां और उपहार भेंट किये। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार की एडिप स्कीम के तहत इन बच्चों का निशुल्क कॉकलियर इम्प्लांट सर्जरी हुई है। अभी तक हजारों बच्चों ने इस सुविधा का लाभ उठाया है। इस योजना जिसके तहत 5 वर्ष से कम आयु का बच्चों एवं 15000 रुपये से कम मासिक आय वाले परिवार के बच्चे को यदि कॉकलियर इम्प्लांट प्रत्यारोपित करवाने की आवश्यकता होती है तो उसके सारे खर्च का वहन (9 लाख) सरकार उठाती है। सर्जरी के अगले 2 वर्षों तक स्पीच थेरैपी भी नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जाती है।
‘एक लाख में से 5 बच्चे जन्मजात मूक-बधिर’
सर्वोदय हॉस्पिटल के ईएनटी एवं कॉकलियर इम्प्लांट विभाग के डायरेक्टर डॉ. रवि भाटिया ने बताया कि प्रतिवर्ष एक लाख बच्चों में से 4 से 5 बच्चे जन्मजात गूंगे बहरे होते हैं। इन बच्चों पर यदि ध्यान न दिया जाये तो भविष्य में ये अपने आप को समाज पर बोझ समझने लगते है, पर देश की प्रगति में अपना योगदान नहीं दे पाते। परन्तु कॉकलियर इम्प्लांट सर्जरी के बाद बच्चा सामान्य बच्चे की प्रकार की जीवन जी सकता है, बशर्ते उनकी स्पीच थेरपी और उसके आत्मविश्वास पर ध्यान दिया जाए।