मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

सरकार ने बॉर्डर को जंग का मैदान, जेल बना दिया : चढूनी

08:52 AM Mar 02, 2024 IST
कैथल के गांव हाबड़ी में शुक्रवार को कार्यकर्ताओं के साथ गुरनाम चंढूनी।-हप्र

कैथल, 1 मार्च (हप्र)
भारतीय किसान यूनियन चढूनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि किसान जब अपना हक मांगने दिल्ली कूच कर रहा है तो हरियाणा सरकार ने पंजाब हरियाणा के बॉर्डर को जंग का मैदान और जेल बना दिया है। किसान अब न रूकेगा, न झुकेगा, न ही पीछे हटेगा। किसान अपने अधिकार लिए बिना अपने घर नहीं लौटेगा। गांव हाबड़ी में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे गुरनाम सिंह से चढूनी ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही सबसे बड़ी ताकत है। जो सत्ता की कुर्सी पर बैठा सकती है वह सता से बाहर का रास्ता भी दिखा सकती है। वहीं अगर यह बर्बरतार्पूण करवाई सरकार नहीं रोकती तो हरियाणा के किसान भी कड़ा फैसला लेने पर मजबूर होंगे। भाजपा सरकार की मंशा अराजकता फैलाकर प्रदेश का माहौल खराब करना है।
उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को दिल्ली कूच कर रहे किसानों को शंभू व खनौरी-पातड़ा बॉर्डर पर किसानों से हुए बर्बरतार्पूण व्यवहार गलत व निदंनीय है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों की सभी मांगें जायज हंै।
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि किसानों को अपनी मांगों को लेकर एक साथ आना होगा। जब तक मांगे ना माने जाए तब तक लड़ाई लड़ी जाए। शर्तों के आधार पर आंदोलन नहीं किए जा सकते। किसानों की मांगें पूरी करवाने के लिए सड़क पर आंदोलन से लेकर संसद तक मे भागीदारी बेहद आवश्यक है।
पंजाब के कुछ संगठनों ने उनके साथ राजनीति में ना उतरने की शर्त के साथ चर्चा की गई थी जो सही नहीं थी।
जब पहले किसान आंदोलन चलाया गया था तब सभी से समय रहते चर्चा की गई थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। इस मौके पर युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट, कार्यकारी जिलाध्यक्ष गुरनाम सिंह फरल, कृष्ण कौल, कूड़ा राम पबनावा व रणजीत फतेहाबाद उपस्थित थे।

Advertisement

Advertisement