मुख्यसमाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाब
हरियाणा | गुरुग्रामरोहतककरनाल
रोहतककरनालगुरुग्रामआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकीरायफीचर
Advertisement

बहुमत खो चुकी सरकार, राष्ट्रपति शासन लागू कर हों चुनाव : हुड्डा

09:04 AM May 08, 2024 IST
रोहतक में मंगलवार को पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा एवं प्रदेश अध्यक्ष उदयभान के साथ कांग्रेस को समर्थन देने वाले तीन निर्दलीय विधायक। -निस
Advertisement

अनिल शर्मा/निस
रोहतक, 7 मई
हरियाणा में लोकसभा चुनाव को लेकर चल रहे प्रचार के बीच 3 निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन का ऐलान किया है। चरखी दादरी विधायक सोमवीर सांगवान, पुंडरी विधायक रणधीर गोलन और नीलोखेड़ी विधायक धर्मपाल गोंदर ने भाजपा की नायब सरकार से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस को समर्थन का ऐलान किया है। मंगलवार को रोहतक में पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान की मौजूदगी में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इन निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस के समर्थन की घोषणा की।
निर्दलीय विधायकों ने एक सुर में कहा कि जनता भाजपा को आजमा चुकी है। अब भाजपा को अवसर देने का कोई औचित्य नहीं बनता। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में हर वर्ग बेरोजगारी, महंगाई, बढ़ते अपराध, फैमिली आईडी, प्रॉपर्टी आईडी से दुखी है। किसान, मजदूर, कर्मचारी, व्यापारी, सरपंच, नंबरदार समेत हर वर्ग आज आंदोलनरत हैं। उन्होंने कहा कि अब जनता की उम्मीद सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस से है।
सोमबीर सिंह सांगवान, रणधीर सिंह गोलन ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ उन्होंने विधानसभा में भी आवाज उठाई थी। धर्मपाल गोंदर ने कहा, हमने मनोहर सरकार को समर्थन दिया था। अब वे हमारे सेनापति ही नहीं हैं, इसलिए समर्थन वापस लिया है। इस मौके पर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तीनों विधायकों का समर्थन के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा, जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए विधायकों ने यह फैसला लिया है। सही समय पर लिया गया उनका सही फैसला जरूर रंग लाएगा। जजपा और निर्दलीयों के समर्थन वापसी के बाद अब भाजपा सरकार बहुमत खो चुकी है। इसलिए हरियाणा में तुरंत राष्ट्रपति शासन लागू करके विधानसभा चुनाव करवाए जाने चाहिए। वहीं चौ़ उदयभान ने कहा कि अकसर लोग विपक्ष को छोड़कर सत्तापक्ष की तरफ जाते हैं, लेकिन इन विधायकों ने सत्तापक्ष को छोड़कर विपक्ष का समर्थन करने का ऐलान किया है।
नहीं हो पाई नायब सरकार में एडजस्टमेंट
प्रदेश में मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के दौरान निर्दलीय विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिलने की उम्मीद थी लेकिन चौ़ रणजीत सिंह को छोड़कर बाकी किसी भी निर्दलीय विधायक की एडजस्टमेंट नहीं हो पाई।
निर्दलीय विधायकों में अंदरखाने इस बात को लेकर नाराजगी थी। हालांकि पृथला विधायक नयनपाल रावत और बादशाहपुर विधायक राकेश दौलताबाद सरकार को समर्थन दे रहे हैं। मंगलवार को रोहतक में हुई प्रेस कांफ्रेंस में राकेश दौलताबाद के भी आने की चर्चा थी लेकिन वे नहीं पहुंचे।

पहले सात विधायकों का था समर्थन

2019 के विधानसभा चुनावों में कुल सात निर्दलीय विधायक चुनकर आए थे। सातों ने ही मनोहर सरकार को अपना समर्थन दिया था। महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने लगभग एक साल बाद सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। बाकी के छह विधायकों का पूरी तरह से मनोहर सरकार के साथ समर्थन बना रहा। रानियां से निर्दलीय विधायक रहे चौ. रणजीत सिंह को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। बाकी विधायकों की भी बोर्ड-निगमों में एडजस्टमेंट हुई। इनमें सोमबीर सांगवान, राकेश दौलताबाद, नयनपाल रावत, धर्मपाल गोंदर, रणधीर सिंह गोलन शामिल रहे। किसान आंदोलन के दौरान सोमबीर सिंह सांगवान ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। बाद में केंद्र सरकार ने जब तीनों कृषि कानून वापस ले लिए तो उन्होंने फिर से सरकार को समर्थन दे दिया था।

Advertisement

Advertisement
Advertisement