‘सरकार ने राजनीतिक द्वेष में दिल्ली को डुबोने की रची साजिश’
रोेहतक, 15 जुलाई (निस)
आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार ने राजनीतिक द्वेष में दिल्ली को डुबाने की साजिश रची और हरियाणा के सैकडों गांवों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि 9 से 13 जुलाई के बीच इस्टर्न और वेस्टर्न कैनाल में एक बूंद भी पानी रिलीज नहीं किया गया, सारा पानी दिल्ली की तरफ छोड़ा गया, जबकि यूपी की तरफ जाने वाली नहर बिल्कुल सूखी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि भाजपा दिल्ली को डुबोने के लिए प्राकृतिक आपदा में कृत्रिम तड़का लगा कर आम आदमी पार्टी से दुश्मनी निकालना चाहती थी, लेकिन उसके चक्कर में सीएम खट्टर ने हरियाणा के ही हजारों लाखों लोगों को इस आपदा में धकेल दिया। खट्टर सरकार ने दिल्ली के लिए की गई इस साजिश से हरियाणा के भी सैकड़ों गांवों को नुकसान पहुंचाया है। आप पार्टी के सीनियर वाईस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा शनिवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
‘सियासत का शिकार हो गये गांव’
अनुराग ढांडा ने कहा कि प्रदेश के 13 जिलों के 982 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इनमें यमुना के साथ की बेल्ट में यमुनानगर के 10 गांव, करनाल के 34, पानीपत के 24 और सोनीपत के 22 गांव हरियाणा की इस गंदी राजनीति का शिकार हो गए। उन्होंने कहा कि भाजपा की दिल्ली को डुबोने की साजिश के चलते पानी छोड़ गया, जिसकी वजह से करनाल, पानीपत और सोनीपत में तटबंध टूट गए। करनाल में तीन जगह, करनाल से पानीपत के बीच में दो जगह और सोनीपत में भी यमुना का दो जगह तटबंध टूट गया। आप नेता ने कहा कि हरियाणा में जनवरी 2023 में बैठक हुई और 1100 करोड़ रुपये अलॉट किए गए, ताकि बाढ़ न आने के लिए बंदोबस्त किया जाए। बाढ़ आपदा के लिए 2022 में 494 करोड़ रुपये, 2020 में कुरुक्षेत्र में 13 करोड़ रुपये, अंबाला और बरवाला में 45 करोड़ रुपये, करनाल में 80 करोड़ रुपये का बजट दिया गया ताकि बाढ़ जैसी स्थिति न बने। करोड़ों रुपयों का दुरूपयोग कहां किया खट्टर सरकार इसका स्पष्टीकरण दे।