मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

फ़र्जी प्रमाणपत्र से हासिल की डाक विभाग में नौकरी, 3 पर केस दर्ज

07:37 AM Aug 06, 2023 IST

शिमला, 5 अगस्त (हप्र)
हिमाचल प्रदेश डाक विभाग में उत्तर प्रदेश और हरियाणा के 3 युवको ने फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी हासिल की है। फर्जी दस्तावेज के सहारे डाक सेवक, सहायक शाखा डाकपाल नौकरी हासिल करने के यह तीन मामले प्रदेश के डाक विभाग की ग्रामीण डाक शाखाओं में सामने आए हैं। डाक विभाग में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी हासिल करने के ये तीनों मामले शिमला के बालूगंज थाना में दर्ज हुए हैं। पुलिस में निरीक्षक डाकघर राकेश कुमार की शिकायत पर ये मामले दर्ज हुए हैं। जानकारी के अनुसार तीनों युवकों ने मार्कशीट से छेड़छाड़ करके अपने अंकों को बढ़ाया है। ऐसा करके वह मैरिट में आ गए व उनका चयन डाक सेवक, सहायक शाखा डाकपाल पद के लिए आसानी से हो गया।
डाक विभाग में इन पदों के लिए पिछले साल भर्ती हुई थी। उम्मीदवारों का चयन मैरिट के आधार पर हुए था। एक साल बाद इसमें फर्जीवाड़े का पता चला है।
तीसरे आरोपी ने भी धोखे से हासिल की नौकरी
तीसरा मामला भी इसी पद के लिए सामने आया है। निरीक्षक डाकघर ने बताया कि राहुल पुत्र रमेश निवासी गांव व डाकघर जलालपुर, तहसील बपोली, जिला पानीपत हरियाणा ने नौकरी हासिल की थी।
ऐसे सामने आयी धोखाधड़ी
पहले मामले में पुलिस को दी शिकायत में कहा गया है कि ग्राम डाक सेवक, सहायक शाखा डाक पाल पद के लिए 25 अप्रैल 2022 को अधिसूचना जारी हुई थी। उपरोक्त पद के लिए अंकित कुमार पुत्र शिव बहादुर निवासी 175-बक्सा की बाग डाकघर आलापुर तहसील कुंडा जिला प्रतापगढ़ उतर प्रदेश ने आवेदन किया था। जिसकी नियुक्त दसवीं कक्षा में हासिल किए गए अंकों की मैरिट के आधार पर हुई थी। उसके उपरांत विभाग की तरफ से अंकित कुमार द्वारा पेश किए गए दसवीं कक्षा के असल प्रमाण पत्र की वेरिफकेशन संबंधित कार्यालय अप्पर सचिव, माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज उतर प्रदेश से करवाई गई। जहां से अंकित कुमार द्वारा पेश किये गये दसवीं कक्षा के प्रमाण पत्र के नंबरों में भिन्नता पाई गई। अंकित कुमार द्वारा अपना दसवीं कक्षा का प्रमाण पत्र जाली तैयार करके ग्राम डाक सेवक के पद को हासिल करके धोखाधड़ी करके नौकरी हासिल की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ये है दूसरा मामला
दूसरे मामले में कहा गया है कि साहिल पुत्र सुरेश नैन निवासी गांव व डाकघर धमटान साहिब, तहसील नरवाणा, जिला जींद, हरियाणा ने आवेदन किया था। साहिल द्वारा दसवीं कक्षा का प्रमाण पत्र जाली तैयार करके ग्राम डाक सेवक के पद को धोखाधड़ी से हासिल किया गया। विभाग की तरफ से राहुल द्वारा पेश किए गए दसवीं कक्षा के असल प्रमाण पत्र की वेरिफिकेशन के लिए कार्यालय शिक्षा बोर्ड हरियाणा भिवानी से करवाई गई। जहां से राहुल द्वारा अपनी 10वीं कक्षा के प्रमाण पत्र में दर्शाए गए नंबरों में भिन्नता पाई गई।

Advertisement

Advertisement