For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.

कंचनजंघा एक्सप्रेस को पीछे से मालगाड़ी ने मारी टक्कर; 9 की मौत, 41 घायल

06:50 AM Jun 18, 2024 IST
कंचनजंघा एक्सप्रेस को पीछे से मालगाड़ी ने मारी टक्कर  9 की मौत  41 घायल
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में रंगापानी रेलवे स्टेशन के पास कंचनजंघा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच हुई भीषण टक्कर के बाद बचाव एवं राहत कार्य में जुटे बचावकर्मी। -प्रेट्र
Advertisement

न्यू जलपाईगुड़ी/कोलकाता, 17 जून (एजेंसी)
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में सोमवार सुबह एक मालगाड़ी ने सियालदह जाने वाली कंचनजंघा एक्सप्रेस को पीछे टक्कर मार दी। रेलवे के अनुसार हादसे में सात यात्रियों और दो कर्मचारियों की मौत हो गयी, जबकि 41 लोग घायल हो गये। हालांकि, पश्चिम बंगाल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से कुछ स्थानीय खबरों में मृतकों की संख्या 15 बताई गयी है। मृतकाें में मालगाड़ी का पायलट और एक्सप्रेस का गार्ड भी शामिल है। राज्य और केंद्र की कई एजेंसियाें ने ​​स्थानीय लोगों के साथ मिलकर यात्रियों को बचाने के लिए अभियान चलाया। घायलों को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचाया गया।
हादसा न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से लगभग 30 किलोमीटर दूर रंगापानी स्टेशन के पास सुबह 8:55 पर हुआ। रेलवे अधिकारी ने बताया कि कंचनजंघा एक्सप्रेस अगरतला से सियालदह जा रही थी। भीषण टक्कर के कारण उसके पीछे के चार डिब्बे पटरी से उतर गये। एक डिब्बा मालगाड़ी के इंजन पर चढ़ गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल हादसे में लोगों की मौत पर शोक जताया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख और मामूली रूप से घायलों को 50,000 रुपये की सहायता देने की घोषणा की। केंद्रीय रेल राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने भी यात्रियों की मौत पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना का वास्तविक कारण जांच के बाद ही पता चलेगा। दुर्घटना स्थल पर पहुंचे वैष्णव ने बताया कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने जांच शुरू कर दी है। दुर्घटना स्थल तक पहुंचने का रास्ता संकरा होने के कारण रेल मंत्री को कुछ दूरी मोटरसाइकिल के पीछे बैठकर तय करनी पड़ी।
हादसे के कुछ घंटे बाद दोपहर करीब 12:40 बजे कंचनजंघा एक्सप्रेस बाकी यात्रियों को लेकर अप्रभावित डिब्बों के साथ कोलकाता के लिए रवाना हो गयी। दुर्घटना के कारण उत्तर बंगाल और देश के पूर्वोत्तर भाग से लंबी दूरी की रेल सेवाएं प्रभावित हुईं।

संभवतः मालगाड़ी ने सिग्नल की अनदेखी की : बोर्ड अध्यक्ष

जया वर्मा सिन्हा

रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष जया वर्मा सिन्हा ने मानवीय भूल की तरफ संकेत करते हुए कहा कि संभवतः मालगाड़ी ने सिग्नल की अनदेखी की। रेलवे बोर्ड ने कहा कि प्रारंभिक निष्कर्षों से संकेत मिलता है कि मालगाड़ी चालक ने सिग्नल नियमों का उल्लंघन किया और दोषपूर्ण स्वचालित सिग्नल प्रणाली की स्थिति में प्रोटोकॉल का का पालन करने में विफल रहा।
वहीं, भारतीय रेलवे लोको रनिंगमैन संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष संजय पांधी ने कहा कि यह रेलवे प्रशासन की विफलता है, न कि ड्राइवर की गलती। रेलवे के आंतरिक दस्तावेज से पता चला है कि मालगाड़ी चालक को लाल सिग्नल पार करने की अनुमति थी। रेलवे के एक सूत्र ने बताया कि रानीपतरा रेलवे स्टेशन और चत्तर हाट जंक्शन के बीच स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली सुबह 5:50 बजे से खराब थी। सूत्र ने बताया, ‘कंचनजंघा एक्सप्रेस सुबह 8:27 बजे रंगापानी स्टेशन से रवाना हुई। ट्रेन के रुकने का कारण पता नहीं है। पीछे से टकरायी मालगाड़ी सुबह 8:42 बजे रंगापानी से रवाना हुई थी। मालगाड़ी को स्वचालित सिग्नलिंग ‘विफल’ हो जाने के कारण सभी लाल सिग्नल पार करने की ‘टीए 912’ अनुमति दी गई थी।’ इस पर रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्पष्ट किया, ‘चालक को टीए 912 जारी किया गया था। प्रोटोकॉल के अनुसार, जब स्वचालित प्रणाली पर लाल सिग्नल का सामना करना पड़ता है, तो चालक को अच्छी दृश्यता की स्थिति में 15 और खराब दृश्यता की स्थिति में 10 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति पार न करते हुए सावधानी से आगे बढ़ना चाहिए।’ बोर्ड मान रहा है कि चालक ने गति सीमा को पार किया।

Advertisement

कवच नहीं था

रेलवे के गुवाहाटी-दिल्ली मार्ग पर जहां हादसा हुआ, वहां ‘कवच’ या स्वचालित टक्कर रोधी प्रणाली नहीं है। रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष जया वर्मा सिन्हा ने कहा कि इस मार्ग के लिए ‘कवच’ ​​की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मिशन मोड पर काम किया जा रहा है। यह 1,500 किलोमीटर रेलवे ट्रैक पर पहले से ही क्रियाशील है, जबकि इस वर्ष के अंत तक इसमें 3,000 किलोमीटर और जोड़ दिए जाएंगे।

कांग्रेस ने कहा- घोर कुप्रबंधन

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्रेन हादसे में यात्रियों की मौत पर शोक जताया और मोदी सरकार की आलोचना की। खड़गे ने कहा, ‘पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार रेल मंत्रालय के घोर कुप्रबंधन में लिप्त रही है। मोदी सरकार ने रेल मंत्रालय को व्यवस्थित रूप से ‘कैमरा-संचालित’ स्व-प्रचार के मंच में बदल दिया है।’

Advertisement

Advertisement
Advertisement
Advertisement
×