बरसात और ठंड गेहूं के लिए बढ़िया : डॉ. ज्ञानेंद्र
करनाल (हप्र)
हरियाणा में 90 प्रतिशत क्षेत्र में गेहूं की बिजाई का कार्य पूरा हो चुका है बाकी हिस्से में जल्द ही बिजाई कार्य पूरा हो जाएगा। क्योंकि बरसात के कारण गेहूं की बिजाई कार्य 2-3 दिन लेट हुआ है। इन दिनों हुई बरसात, ठंड गेहूं की फसल के लिए लाभदायक है, जो पैदावार बढ़ाने वाली साबित होगी। भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान निदेशक डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि देश में 32 मिलियन हेक्टेयर में गेहूं बिजाई की जाती हैं, इसमें हरियाणा का 2.7 मिलियन हेक्टेयर का योगदान है। भारत सरकार ने गेहूं उत्पादन का लक्ष्य 114 मिलियन टन निर्धारित किया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा के 500 किलोमीटर क्षेत्र का भ्रमण किया, जिसमें करनाल से कैथल, जींद, नरवाना, रतिया, फतियादाबाद, सिरसा, हिसार शामिल हैं। इन क्षेत्रों में केवल रतिया ही ऐसा क्षेत्र है, जहां धान की कटाई लेट हुई है और 20 से 25 क्षेत्र में गेहूं की बिजाई पेंडिंग हैं। जो मौसम इस वक्त चल रहा है, वो गेहूं की फसल के लिए बहुत अच्छा है। इस समय जितना अनुकुल मौसम गेहूं के लिए होगा, उसकी टेलरिंग कैपेसिटी उतनी ही अच्छी होगी। जितनी टेलरिंग अच्छी होगी, उतनी ही अच्छी गेहूं की पैदावार होगी। हरियाणा व पंजाब में गेहूं की औसत उपज बाकी राज्यों से ज्यादा है