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दो देवियों की कहानियाें में सोना ही सोना : एक ने खेती में उगाया, दूसरी ने कुश्ती में पाया

07:13 AM Oct 22, 2023 IST
ड्रैगन फ्रूट के पौधे की निगरानी करतीं पूनम। - हप्र

महिला किसान पूनम ने ड्रैगन फ्रूट उगाकर दिए कई संदेश

रमेश सरोए/हप्र
करनाल, 21 अक्तूबर
समानाबाहू करनाल की रहने वाली पूनम चीमा ने 2 एकड़ जमीन में ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की है। करीब डेढ़ साल पहले इस खेती की शुरुआत करने वाली महिला किसान पूनम इस विशेष फल को ऑर्गेनिक तरीके से उगाती हैं। ड्रिप इरिगेशन के जरिए पौधों को पानी दिया जाता है। इससे लाखों लीटर पानी की बचत होती है। साथ ही फ्रूट की कटाई के समय लोगों को रोजगार भी मिलता है। पूनम का मानना है कि सिर्फ धान, गेहूं की खेती के भरोसे ही रहना उचित नहीं है। एक ही पैटर्न में फसल उगाने से भूमि की उर्वरा शक्ति प्रभावित होती है। धान उगाने में करोड़ों लीटर पानी धरातल से खींचा जाता हैं। इससे पेयजल संकट खड़ा हो सकता है। पूनम ने बताया कि फिलवक्त उन्होंने 2 एकड़ में 4 हजार ड्रैगन फ्रूट के पौधे लगाकर खेती शुरू की हैं।
जानकार कहते हैं कि ड्रैगन फ्रुट की बाजारों में बहुत मांग है। अगर किसान बागवानी खेती खासकर ड्रैगन फ्रूट की ओर तेजी से बढ़ेंगे तो उन्हें काफी लाभ होगा। बताया जाता है कि यह फल काफी फायदेमंद होता है। इससे शरीर को मिनरल्स भी मिलते हैं। पूनम का कहना है कि अभी तो कम फल आए और इन्हें जानकारों और रिश्तेदारों में ही बांट दिया, लेकिन आगे चलकर इसकी मार्केटिंग के लिए करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, चंडीगढ़ में कारोबारियों से बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि वह खुद कई किसानों को इसके बारे में बता रही हैं। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि आज खेतीबाड़ी में महिलाओं की संख्या बढ़ रही है।

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कुश्ती में आठ लड़कियों को हरा अंजलि ने जीता स्वर्ण

अपने पिता, पति और बिटिया के साथ अंजलि। - हप्र

कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 21 अक्तूबर
जोश और जुनून हो तो एक मां भी कन्याओं पर भारी पड़ सकती है। ऐसा ही कुछ हिसार की महिला पहलवान अंजलि चौहान ने कर दिखाया। अंजलि एक साल की बेटी नायरा की मां हैं और दिल्ली में ऑल इंडिया सिविल सर्विस रेसलिंग प्रतियोगिता में अपने भार वर्ग 76 किग्रा में आठ कन्याओं को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता। खास बात यह है कि अंजलि ने करीब डेढ़ साल बाद कुश्ती की प्रैक्टिस फिर से शुरू की है। अंजलि चौहान मिस हरियाणा 2012 व भारत महिला केसरी से सम्मानित हो चुकी हैं। अंजलि चौहान ने जूडो व कुश्ती में 500 से भी अधिक पदक अपने नाम किए हैं।
हिसार निवासी अंजलि चौहान इस समय झज्जर जिले के बहादुरगढ़ तहसील में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं और इस प्रतियोगिता में उन्होंने रेवेन्यू डिपार्टमेंट की तरफ से भाग लिया था। अंजलि चौहान ने बताया कि उनके वजन में कुल आठ लड़कियां थी, जिसमें उनकी फाइनल फाइट दिल्ली की संगीता से हुई, जिसको उन्होंने बायफाल 8-0 से हराकर स्वर्ण पदक प्राप्त किया। इससे पहले 20 सितंबर, 2023 को हुई रेसलिंग स्टेट चैंपियनशिप रोहतक में स्वर्ण पदक, 25 से 25 सितंबर पंचकूला में हुई सिविल सर्विसेज रेसलिंग स्टेट चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक व 28-29 अक्तूबर 2023 को रोहतक में हुई रेसलिंग नेशनल चैंपियनशिप में रजत पदक व कुराश सीनियर स्टेट चैंपियनशिप में रजत पदक प्राप्त किया। अंजलि के पति दीप बॉडी बिल्डर हैं और कुश्ती की प्रैक्टिस में उन्होंने पूरा सहयोग किया।

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