गमाडा बना रहा 5 भव्य थीम पार्क, पूरे भारत से मंगाए दुर्लभ पौधे
मोहाली, 5 मई
मोहाली शहर को और अधिक हराभरा और आकर्षक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए ग्रेटर मोहाली एरिया डिवेलपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) अब पांच अत्याधुनिक थीम आधारित पार्क विकसित कर रहा है। इन पार्कों में हर्बल गार्डन, रोज गार्डन, बोगनवेलिया गार्डन, पाम गार्डन और फ्रेग्रेंस गार्डन शामिल हैं। इसके अलावा पूरे आईटी सिटी में इस पूरे प्रोजेक्ट पर लगभग 13.5 करोड़ रुपये खर्च किया जा रहा है। गमाडा द्वारा यह पार्क नवनिर्मित आईटी सेक्टर क्षेत्र में बनाए जा रहे हैं। इन पार्कों की खास बात यह है कि यहां लगाए जाने वाले पौधे उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, कोलकाता, बिहार और भारत के अन्य राज्यों से मंगवाए गए हैं। साथ ही, पौधों के रख-रखाव के लिए तीन वर्षों की मेंटेनेंस ज़िम्मेदारी भी ठेकेदार को दी गई है।
गमाडा के बागवानी विभाग के एक्सईएन मनदीप सिंह ने जानकारी दी कि फ्रेग्रेंस गार्डन में जिन भी प्रजातियों के पौधे लगाए जा रहे हैं, वे अलग-अलग राज्यों से लाए गए हैं ताकि हर कोना अपनी अनूठी खुशबू दे। उन्होंने कहा, ‘हमने यह सुनिश्चित किया है कि रोज गार्डन में कोलकाता और महाराष्ट्र जैसे स्थानों से बेहतरीन किस्मों के गुलाब लगाए जाएं। बोगनवेलिया गार्डन में हर रंग और प्रकार का बोगनवेलिया देखने को मिलेगा, जिसमें डबल शेड जैसी दुर्लभ किस्में भी शामिल हैं। ‘ उन्होंने आगे बताया-हर्बल गार्डन में ऐसे औषधीय पौधे लगाए जा रहे हैं जिनकी पत्तियां, जड़ें और छालें मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी हैं। हम इस कार्य को सिर्फ सौंदर्यीकरण तक सीमित नहीं रख रहे, बल्कि पौधों की जीन सुरक्षा और जर्मप्लाज्म संरक्षण को भी ध्यान में रखते हुए जीन बैंकों के रूप में इन पार्कों को विकसित कर रहे हैं।”

उन्होंने बताया कि विलुप्त होती प्रजातियों जैसे पलाश, जंड, करीर, चंदन और ढाक के संरक्षण के लिए भी इन पार्कों में विशेष स्थान दिया जा रहा है। वहीं, पाम गार्डन में छोटे से लेकर विशाल पाम प्रजातियों के पौधे लगाए जा रहे हैं। इनका लैंडस्केप डिज़ाइन अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार खास शैली में किया गया है, जिससे यह नज़ारा अत्यंत दर्शनीय होगा।
गमाडा के होर्टीकल्चर डिपार्टमेंट के अधिकारी गुरपाल सिंह ने बताया कि आईटी सिटी रोड के किनारे 3 करोड़ रुपये की लागत से सुंदर बेल्टों की प्लांटेशन की जा रही है, जिसमें पांच वर्षों की मेंटेनेंस भी शामिल है। यह समस्त विकास कार्य मुख्यमंत्री भगवंत मान एवं हाउसिंग एंड अर्बन डिवेलपमेंट मंत्री हरदीप सिंह मुंडिया के दिशा-निर्देशन में मोहाली को हरित, सुंदर और पर्यावरण अनुकूल शहर बनाने की दिशा में किया जा रहा है।