घंटाकर्ण की कृपा व्यक्ति को कर देती है निहाल : मुनि पीयूष
करनाल,10 फरवरी (हप्र)
महाप्रभावी श्री घंटाकर्ण देवस्थान पर विशेष कृपा दिवस कृष्ण चौदस के उपलक्ष्य में मासिक श्रद्धालु संगम का आयोजन श्रद्धा-भक्ति, आस्था तथा समर्पण के मंगलमय वातावरण में संपूर्ण हुआ। सर्वप्रथम श्री घंटाकर्ण बीजमंत्र के सामूहिक जाप से दैवी शक्ति का आह्वान करते हुए लोकमंगल की कामना की गई। भारत संत गौरव पीयूष मुनि महाराज ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारतीय संस्कृति में भक्ति आत्मा को परमात्मा तक पहुंचाने का माध्यम है।
भक्तिपूर्ण समर्पण से असंभव को भी संभव किया जा सकता है और पराशक्तियों की दैवी कृपा से अलौकिक सफलता पाई जा सकती है। श्री घंटाकर्ण जी महाप्रभावी, भक्तवत्सल देवता हैं जिनकी कृपा व्यक्ति को निहाल तथा मालामाल कर देती है। अंधेर पक्ष की चतुर्दशी श्री घंटाकर्ण देव को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद पाकर अपने जीवन को सुख संपन्न बनाने का विशेष अवसर है, जिस दिन देव दरबार में हाजिरी लगाकर अपना कुशल-मंगल, आनंद-क्षेम सुनिश्चित किया जा सकता है। प्रात:कालीन आरती का लाभ कंगारू उद्योग समूह, लुधियाना की नीलम जैन और जेल अधीक्षक अमित भादू (सपरिवार) ने लिया। सायंकाल की आरती करनाल के जिला सत्र न्यायाधीश चंद्रशेखर वशिष्ठ ने की। आरती तथा प्रीतिभोज की सेवा श्रीमती सुमनलता, अजित जैन, असंध की ओर से रही।