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गीता के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने में गीता मनीषी का अहम योगदान : कटारिया

07:33 AM Dec 10, 2024 IST
कुरुक्षेत्र में सोमवार को पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करते स्वामी ज्ञानानंद। -हप्र

विनोद जिन्दल/हप्र
कुरुक्षेत्र, 9 दिसंबर
पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए स्वामी ज्ञानानंद का अहम योगदान है। इन्हीं के प्रयासों से ही आज सरकार के माध्यम से विदेशों में भी गीता महोत्सव के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। विश्व की हर समस्या का समाधान पवित्र ग्रंथ गीता में निहित है। पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश आज भी पूरी तरह प्रासंगिक हैं। इन उपदेशों को आज हर व्यक्ति को अपने जीवन में धारण करने की जरूरत है।
वे सोमवार को गीता ज्ञान संस्थानम में जीओ गीता म्यूजियम का अवलोकन करने के उपरांत बातचीत कर रहे थे। इससे पहले राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गीता ज्ञान संस्थानम के जीओ गीता म्यूजियम का अवलोकन किया और कृपा बिहारी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के उपरांत स्वामी ज्ञानानंद का आशीर्वाद लिया।
पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि गीता के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने और इस ग्रंथ को विश्व स्तर पर पहचान करवाने का श्रेय भी गीता मनीषी को ही जाता है। गीता मनीषी गौ माता और गीता के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत रहे हैं। उनके इस मिशन में जो लोग सहयोग दे रहे हैं, वह भी साधुवाद के पात्र हैं।
गीता जीवन जीने का आध्यात्मिक ग्रंथ है और गीता में वेदों का ज्ञान है। भगवान ने चार वेद चार ऋषियों के माध्यम से बनाए और फिर वेदों का ज्ञान उपनिषदों में आया और यही ज्ञान गीता में हैं। गीता हमें कर्म करने का संदेश देती है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि गीता में कहा गया है कि कर्म करो लेकिन इसमें लिप्त नहीं होना चाहिए। गीता भारतीय दर्शन की जीवन पद्धति है। ग्रंथ गीता किसी एक धर्म की नहीं बल्कि समस्त मानव जाति को जीने की कला सिखाती है। गीता मनीषी देश का गौरव हैं और इनका आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ रहा है। इस मौके पर उपायुक्त नेहा सिंह, एसपी वरुण सिंगला, 48 कोस तीर्थ निगरानी समिति के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, संस्थानम के प्रधान मंगतराम जिन्दल, ब्रहमचारी शक्ति, केशव, राजेंद्र चैपड़ा, गीता महोत्सव प्राधिकरण के सदस्य विजय नरूला, हंसराज सिंगला, अशोक अरोड़ा, रमाकांत, मुनीष सिंधवानी, संस्थानम के मीडिया प्रभारी रामपाल शर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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5 हजार भक्त गीता पाठ कर बनाएंगे विश्व रिकॉर्ड

कुरुक्षेत्र में साेमवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव को पवित्र ग्रंथ गीता की प्रति भेंट करते अवधेशानंद महाराज। -हप्र

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने कहा कि गीता जयंती के पावन पर्व 11 दिसंबर को उज्जैन व भोपाल में 5 हजार कृष्ण भक्त एक साथ गीता पाठ करके विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे। इस गीता पाठ के साथ अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में कुरुक्षेत्र के साथ भी ऑनलाइन प्रणाली से जुड़कर पूरे विश्व तक पवित्र ग्रंथ गीता के 18 अध्यायों के साथ जोड़ने का अनूठा प्रयास होगा। इस महोत्सव में मध्य प्रदेश को सहयोगी राज्य के रूप में जोड़ने के लिए हरियाणा सरकार से इच्छा भी जाहिर की है। वे सोमवार को ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के संत सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने गीता स्थली कुरुक्षेत्र को पुण्य और पवित्र भूमि को नमन करते हुए कहा कि पूरी दुनिया के लोग पवित्र ग्रंथ गीता के प्रकाश से ज्ञान अर्जित कर रहे हैं। इस ग्रंथ के प्रकाश को जन-जन तक पहुंचाने में स्वामी ज्ञानानंद की भूमिका को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से गुरुकुल परंपरा को धरातल पर लागू किया जा रहा है। उन्होंने कुरुक्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के संत सम्मेलन के मंच पर एक साथ सभी प्रमुख संतों से मिलने और ज्ञान अर्जित करने पर सरकार और गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में स्वामी ज्ञानानंद, अवधेशानंद महाराज व 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव को पवित्र ग्रंथ गीता की प्रति भेंट की है।

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