तीन दिवसीय गीता महोत्सव का आगाज
भिवानी, 9 दिसंबर (हप्र)
सोमवार को तीन दिवसीय GEETA MAHOTSAV गीता महोत्सव का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त महावीर कौशिक ने कहा कि गीता हमारे जीवन का सार है, इमसें सभी समस्याओं का समाधान है। गीता का उपदेश में कर्म को महान बताया गया है। इसलिए हमें बिना फल की इच्छा के सत्कर्म करते रहना चाहिए। भगवान श्री कृष्ण ने श्रीमद्भागवत गीता में यही उपदेश दिया है। उपायुक्त कौशिक ने महाभारत के किस्से की रागनी को सुनाई तो पंडाल तालियों से गुंज उठा।
GEETA MAHOTSAV भारतीय संस्कृति का आधार
GEETA MAHOTSAV गीता महोत्सव में अपना संदेश देते हुए डीसी कौशिक ने कहा कि गीता भारतीय संस्कृति का आधार है और हिंदू शास्त्रों में गीता को प्रमुख स्थान दिया गया है। गीता एक ऐसा संपूर्ण विचार है, जो भारतीय संस्कृति की विरासत है। गीता सुख, शांति, समृद्धि व विकास का मूल मंत्र है। हजारों साल पहले कुरुक्षेत्र की पावन भूमि पर भगवान श्री कृष्ण द्वारा दिया गया गीता का उपदेश आज भी सार्थक है और भविष्य में भी रहेगा।
GEETA MAHOTSAV शुभारंभ हवन से किया
तीन दिवसीय गीता महोत्सव का शुभारंभ हवन से किया गया। आचार्य सुरेश आदि ने हवन करवाया। डीसी महावीर कौशिक, सीटीएम विपिन कुमार, एसडीएम महेश कुमार ने हवन में पूर्णाहूति डाली। हवन में सिविल सर्जन डॉ. रघुवीर शॉडिल्य, जिला शिक्षा अधिकारी नरेश महता, डीडीईओ संतोष नागर, पशुपालन उपनिदेशक डॉ. रविन्द्र सहरावत, डॉ. राजेश जांखड, डॉ. विरेन्द्र श्योरण, डीएचओ डॉ. देवी लाल, ओपी नंदवानी, डॉ. मुरलीधर शास्त्री, डॉ. अनिल गौड़, श्रीकृष्ण कृपा समिति से डॉ. विनोद छाबड़ा, ठा. विक्रम सिंह, विनोद चावला, सुभाष आहुजा, चंद्र ककड़, श्याम जुनेजा, डॉ. विनोद चंचल, जहर गिरी आश्रम आचार्य मौजूद रहे।