गौवंश की दुर्दशा पर भड़के गौ सेवक, डीसी ऑफिस घेरा
रोहतक, 4 फरवरी (निस)
जिले की गौशालाओं में गौवंश की दुर्दशा को लेकर गौ सेवकों ने मंगलवार को डीसी ऑफिस का घेराव किया। योगी महाराज ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने गौशाला संचालकों पर कार्रवाई नहीं की तो वे सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।
योगी महाराज ने बताया कि कई गौशालाओं में गौवंश की सही देखभाल नहीं हो रही। कुछ स्थानों पर गायें कई दिनों से पानी में बैठी हैं और उनकी देखभाल के लिए कोई कर्मचारी मौजूद नहीं है। उन्होंने प्रशासन से ऐसे लापरवाह गौशाला संचालकों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
गौ सेवकों ने 5 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया, जिसमें गौशालाओं में सरकार द्वारा दिए जाने वाले धन के सही उपयोग की मांग प्रमुख रही। उन्होंने सुझाव दिया कि गौशालाओं की स्थिति पर निगरानी के लिए एक कमेटी बनाई जाए और मजिस्ट्रेट स्तर पर जांच कराई जाए कि धनराशि सही तरीके से खर्च हो रही है या नहीं। रेलवे स्टेशन के पास स्थित गौशाला का जिक्र करते हुए योगी महाराज ने आरोप लगाया कि वहां 800 से अधिक गौवंश हैं, लेकिन देखभाल के लिए मात्र 4 कर्मचारी नियुक्त हैं, जिससे समुचित देखभाल संभव नहीं हो पा रही। उन्होंने सरकार से मांग की कि इस व्यवस्था को तुरंत सुधारा जाए और तीन दिनों के भीतर उचित कदम उठाए जाएं।
तीन दिन का िदया अल्टीमेटम
गौ सेवक निक्का देशवाल ने सरकार को तीन दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने गौशालाओं की स्थिति नहीं सुधारी तो गौ सेवक अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करेंगे। हजारों की संख्या में गौ सेवक सड़कों पर उतरेंगे। प्रदर्शनकारियों ने डीसी के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भी सौंपा।