गौरक्षा दल के सदस्यों का विधायक आवास पर धरना-क्रमिक अनशन
भिवानी, 7 अप्रैल (हप्र)
नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा घायल जीव-जंतुओं को उठाने से इनकार किए जाने के विरोध में सोमवार को गौरक्षा दल भिवानी के सदस्यों ने प्रधान संजय परमार के नेतृत्व में विधायक घनश्याम सर्राफ के आवास के समक्ष धरना दिया। इस दौरान 10 गौसेवक क्रमिक अनशन पर बैठे। क्रमिक अनशन पर रोजाना 10 गौसेवक बैठेंगे। इस दौरान गौरक्षा दल भिवानी के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पिछले कई दिनों से शहर की सड़कों पर घायल गाय और अन्य जानवर बेसहारा हालत में हैं, लेकिन भिवानी नगर परिषद की ओर से कोई सहायता नहीं मिल रही है। जिसकी वजह से घायल या बीमार गाय व अन्य जानवर दम तोड़ रहे हैं।
इस मौके पर गौरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार ने बताया कि शहर में घायल व बीमार गाय व अन्य जानवरों की सेवा के लिए गौरक्षा दल भिवानी की मांग पर सांसद ने नगर परिषद को वर्ष 2019 में एक एंबुलेंस भेंट की थी, जिसे अब पिछले दो वर्षों से गौरक्षा दल भिवानी के सहयोग से नगर परिषद द्वारा संचालित किया जा रहा है। लेकिन 10 दिन पहले अज्ञात कारणों से नगर परिषद ने वह एंबुलेंस वापस ले ली है। गौरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार ने बताया कि शहर में बेसहारा नंदी, बंदरों को पकड़ने, लावारिस कुत्तों को रेबीज की वैक्सीनेशन का ठेका जब नगर परिषद देती है तो फिर घायल या बीमार गाय व अन्य जानवरों के उपचार की जिम्मेदारी भी नगर परिषद की बनती है, लेकिन गौरक्षा दल भिवानी नगर परिषद के कार्य को अपने स्तर पर करती है, लेकिन इसके बावजूद नगर परिषद द्वारा कोई सहायता नहीं की जा रही। संजय परमार ने कहा कि उन्होंने कई बार नगर परिषद से मांग की कि घायल और बीमार गाय व अन्य जानवरों को इलाज के लिए उठाया जाए, लेकिन उन्हें हर बार नजरअंदाज किया जाता रहा है तथा ड्यूटी के प्रति इस उदासीनता के चलते कई घायल व बीमार गाय व अन्य जानवरों की जान जा चुकी है। धरनारत गौरक्षा दल भिवानी के सदस्यों ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।