कनाडा में अब गैंगस्टर सुक्खा दुन्नेके की हत्या
चंडीगढ़/नयी दिल्ली, 21 सितंबर (हप्र/एजेंसी)
पंजाब से 2017 में फर्जी पासपोर्ट बनवाकर कनाडा भागने वाले कैटेगरी ‘ए’ के गैंगस्टर सुखदूल सिंह गिल उर्फ सुक्खा दुन्नेके की हत्या कर दी गई है। वह पंजाब के सर्वाधिक वांछित अपराधियों में से एक था। दुन्नेके की अज्ञात लोगों ने कनाडा के विनिपेग शहर में हत्या कर दी। इस हत्याकांड को कुछ गैंग के बीच आपसी दुश्मनी का परिणाम माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और डकैती सहित 18 केस दर्ज थे।
दुन्नेके की हत्या ऐसे समय हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा में राजनयिक विवाद छिड़ा हुआ है। पंजाब के मोगा जिले के दुन्नेके कलां गांव निवासी सुखदूल के बारे में बताया जा रहा है कि वह दविंदर बंबीहा गिरोह का सक्रिय सदस्य था और कनाडा में गैंगस्टर से आतंकवादी बने अर्श दल्ला, गैंगस्टर लकी पटिआल, मलेशिया के गैंगस्टर जकपाल सिंह उर्फ लाली तथा अन्य अपराधियों का करीबी था। सूत्रों ने बताया कि खूंखार गैंगस्टर दुन्नेके विदेशी धरती से गिरोह चला रहा था। साथ ही वह उगाही का रैकेट चलाने, स्थानीय सहयोगियों की मदद से पंजाब और आस-पास के इलाकों में विरोधी गिरोह के सदस्यों की हत्या कराने तथा विदेशों में बसे सहयोगियों के नेटवर्क के प्रबंधन में भी शामिल था। पिछले कुछ महीनों में पंजाब और आसपास के इलाकों में दुन्नेके की ओर से वसूली के लिए फोन करने की घटनाएं बढ़ी थीं।
जनवरी में उसके दो सहयोगियों- कुलविंदर सिंह उर्फ किंडा और परमजीत सिंह पम्मा को काउंटर-इंटेलिजेंस विंग (बठिंडा) ने गिरफ्तार किया था। दोनों दुन्नेके उगाही गैंग से जुड़े थे। सूत्रों ने बताया कि दुन्नेके को पिता की मौत के बाद अनुकंपा आधार पर मोगा के उपायुक्त कार्यालय में नौकरी मिल गई थी। उसने आठ वर्ष तक नौकरी भी की। इस दौरान वह नशे का आदी हो गया। उसके खिलाफ 2022 में लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। पिछले साल मार्च में अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप नांगल अंबियां की हत्या के मामले में भी उसका नाम सामने आया था। उस पर हत्या के लिए शूटर का इंतजाम करने का आरोप था। जनवरी 2022 में बंबीहा गिरोह के शूटरों द्वारा प्रतिद्वंद्वी गिरोह के दो सदस्यों- मनप्रीत सिंह और विक्की सिंह की हत्या के मामले में भी उसका नाम सामने आया था। दुन्नेके को एनआईए द्वारा जारी 41 आतंकियों और गैंगस्टरों की सूची में शामिल किया गया था। दुन्नेके फरीदकोट जेल में भी रहा।
लॉरेंस और भगवानपुरिया गैंग ले रहे जिम्मेदारी
इस कत्ल की खबर के बाद सोशल मीडिया पर पहले लॉरेंस गैंग ने पोस्ट किया, ‘हां जी! सत श्रीअकाल, राम-राम सारेयां नूं। ये सुक्खा दुन्नेके जो बंबीहा ग्रुप का इंचार्ज बना फिरता था उसका मर्डर हुआ है। जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप लेता है। इस नशेड़ी ने बहुत घर उजाड़े थे।’ इसके बाद जग्गू भगवानपुरिया गैंग ने पोस्ट डाली, ‘वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह, मैं आप सबको बताना चाहता हूं कि ये जो सुक्खा दुन्नेके का कत्ल हुआ है, उसकी जिम्मेदारी मैं जग्गू भगवानपुर, दरमन काहलों और अमृत बल लेते हैं। ये काम हमारे भाईयों ने किया है। हमने अपने भाई संदीप नंगल अंबिया के मर्डर का बदला ले लिया है।’