मुख्यसमाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाब
हरियाणा | गुरुग्रामरोहतककरनाल
रोहतककरनालगुरुग्रामआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकीरायफीचर
Advertisement

हर दौर में गांधी के विचारों की जरूरत

07:50 AM Jul 21, 2024 IST
Advertisement

आलोक पुराणिक
महात्मा गांधी पर अनगिनत किताबें लिखी गयी हैं। महात्मा गांधी भारतीय इतिहास के ऐसे आसमान हैं, जिन पर पत्थर भी बहुत बरसे हैं और फूल भी बहुत। यह भी कि गांधी का महत्व वक्त के साथ लगातार बढ़ा ही है। गांधी के जाने के बाद गांधी बहुत याद किये जाते हैं। इस हिंसक दुनिया में महात्मा गांधी की याद इसलिए की जाती है कि उन्होंने कुछ ऐसे सूत्र दिये थे जिन पर चलकर बड़ी राजनीतिक उपलब्धियां हासिल की गयी थीं।
महात्मा गांधी पर जितना लिखा जाये, उतना कम है। महात्मा गांधी पर हाल ही में एक किताब आयी है ‘बिकमिंग गांधी’, लेखक हैं पैरी गारफिनकेल। गारफिनकेल ने इस किताब में गांधी के छह सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित किया है-सत्य, अहिंसा, शाकाहार, सादगी, आस्था और ब्रह्मचर्य।
गौरतलब यह है कि इन सारे सिद्धांतों में से अहिंसा, शाकाहार और सादगी पर अलग तरीके से विचार दोबारा गंभीरता से शुरू हुआ है। गाजा पट्टी से लेकर यूक्रेन तक की मारधाड़ के बीच दुनिया में यह विचार हो रहा है कि हिंसा कहां लेकर जायेगी आखिर। शाकाहार पर अलग तरह से चर्चा चल रही है। उपभोक्तावाद की दौड़ में भागते-दौड़ते लोगों में से कुछ सोच रहे हैं कि कहां तक व कब तक दौड़ा जा सकता है। जीवन स्तर को ब्रांडों की दौड़ से कब तक जोड़ा जा सकता है, ये सवाल बहुत गंभीर हो चले हैं।
यह अनायास नहीं है कि युद्धरत देश कहीं न कहीं भारत से यह उम्मीद लगाते हैं कि भारत कुछ भूमिका निभाये शांति के लिए। भारत शांति के लिए कुछ कर सकता है, यह विचार गांधी के भारत से पैदा होता है। गांधी आज भी दुनिया भर में भारत के सर्वाधिक स्वीकृत व्यक्तित्व हैं, और अब उनके विचारों पर नये सिरे से विचार हो रहा है। सादगी वह विचार है, जिस पर अब विद्वान गहराई से सोच रहे हैं। उपभोग, उपभोग का अतिरेक कहां ले जायेगा हम सबको। ज्यादा कारें यानी ज्यादा ट्रैफिक, ज्यादा प्रदूषण, क्या वह जीवन रहने योग्य रह जायेगा- नयी पीढ़ी के कई नौजवान अब इस तरह से सोच रहे हैं। कम में काम चलाया जाये, इस आशय का विचार कई लोगों के मन में आ रहा है। महात्मा गांधी ही मूल प्रेरणा पुरुष हैं इस विचार के भारतीय संदर्भ में। गांधी कम से कम कपड़ों में काम चला सकते थे।
यह किताब इसलिए महत्वपूर्ण है कि नयी पीढ़ी के लिए गांधी के सिद्धांत संक्षेप में इस पुस्तक में बताये गये हैं।

पुस्तक : बिकमिंग गांधी लेखक : पैरी गारफिनकेल प्रकाशक : साइमन एंड शूस्टर, नयी दिल्ली, इंडिया पृष्ठ : 258 मूल्य : रु. 699.

Advertisement

Advertisement
Advertisement