फर्जी दस्तावेजों का खेल, दूसरे राज्यों में भेजा जा रहा करोड़ों रुपये का गेंहू
डबवाली, 7 जून (निस)
शहर से विभिन्न फर्जी फर्मों के फर्जी दस्तावेजों के सहारे जम्मू, दिल्ली, राजस्थान व पंजाब को दो नंबर में गेंहू सप्लाई करके रोजाना लाखों रुपए की मार्केट फीस की चोरी की जा रही है। जिससे हरियाणा कृषि मार्केटिंग बोर्ड को एक सौ रूपये प्रति क्विंटल गेंहू की आर्थिक चपत लग रही है। पूरे मामले में केंद्र सरकार को भी प्रति वर्ष करोड़ों रूपये के कर का चूना लग रहा है।
सूत्रों के मुताबिक मार्केट फीस चोरी के दस्तावेजी खिलवाड़ के अंतर्गत एक ट्रक-ट्राला गेंहू की मार्किट फ़ीस कटवाई जाती है, कई सप्ताह तक उसी पर्ची से अनगिनत ट्रकों से जम्मू, दिल्ली, राजस्थान व पंजाब में गेंहू सप्लाई किया जाता है। जिसके लिए डबवाली की प्रशासनिक राजधानी ‘लघु सचिवालय’ के निकट व अनाज मंडी क्षेत्र में कई व्यापारियों ने नोहरे (गोदाम) बना रखे हैं। यहां पर किसानों व अन्य छोटे व्यापरियों से गेंहू खरीद कर संग्रह कर लिया जाता है उसे ट्रकों में भर लिया जाता है। सूत्रों के मुताबिक तीन राज्यों के सीमावर्ती ट्राई-सिटी डबवाली से गेंहू से लदे लगभग तीन-चार ट्रक-ट्राले अन्य राज्यों में भेजे जाते हैं। ज्यादातर ट्रक-ट्रालों में ओवरलोडड गेंहू लादा जाता हैं। एक ट्रक में करीब 8 सौ बैग लदान होने के चलते प्रति ट्रक-ट्राला करीब 40 हजार रूपये की मार्किट फ़ीस चोरी होती है। जिससे प्रति माह करीब 40 लाख रूपये की मार्केट फीस की चोरी का अनुमान है। गत माह सीएम फ्लाइंग द्वारा छापेमारी में डबवाली व आस-पास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर मार्केट कमेटी फीस की चोरी पकड़ी गई थी। जिसमें कई फर्मों पर लाखों का जुर्माना लगाया गया। जुर्माने में 2 प्रतिशत मार्केट फीस और 2 प्रतिशत एचआरडीएफ शुल्क शामिल है। बताया जाता है कि डबवाली से प्रति माह लगभग सौ ट्रक गेंहू के निकाले जाते हैं। मार्किट फ़ीस व इनकम टैक्स चोरी का ओवरलोडिंग का सारा माजरा मार्किट कमेटी तन्त्र व अन्य प्रशासनिक तंत्र की कथित मिलीभगत से खुलेआम चल रहा है। गेंहू सप्लायरों का एक बड़ा अंतर्राज्यीय नेक्सस फर्जी बिलों के आधार पर पूरा सप्लाई चेन को संचालित करता है, जिसमें गेंहू की रकम के ज्यादातर हिस्से को नकद/हवाला के माध्यम से आदान-प्रदान किया जाता है।
सरसों के व्यापार में मार्केट फीस की चोरी
गेंहू नेक्सस द्वारा सरसों व्यापार की दो नंबरी सप्लाई में बड़े स्तर मार्किट फ़ीस की चोरी हो रही है। सरसों की बाज़ार कीमत लगभग 6500 रूपये प्रति क्विंटल है। व्यापारियों द्वारा सरसों खरीद कर संग्रह कर सीधी तेल मिलों, स्पैलरों व अन्य राज्यों में बिना किसी दस्तावेजी प्रक्रिया के भेजी जा रही है। मामले में जिला सिरसा के डीएमईओ राहुल कुंडू का कहना है कि जांच करके मार्किट फ़ीस चोरी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।