G7 summit: प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से की मुलाकात
बारी (इटली), 14 जून (भाषा)
G7 summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की और माना जा रहा है कि उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर तथा वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
दोनों नेताओं की मुलाकात इटली के दक्षिणी शहर बारी में जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर हुई। इस महीने तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद यह मोदी की पहली विदेश यात्रा है।
Had an excellent meeting with my friend President @EmmanuelMacron. This is our fourth meeting in one year, indicating the priority we accord to strong India-French ties. Our talks covered numerous subjects such as defence, security, technology, AI, Blue Economy and more. We also… pic.twitter.com/l52eHhJclL
— Narendra Modi (@narendramodi) June 14, 2024
दोनों नेताओं की पिछली मुलाकात जनवरी में हुई थी, जब फ्रांस के राष्ट्रपति भारत के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हुए थे।
दोनों नेताओं ने अपनी पिछली बैठक के दौरान द्विपक्षीय सहयोग और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी के लिए अपने साझा दृष्टिकोण की पुष्टि की थी, जिसे ‘होराइजन 2047' और जुलाई 2023 शिखर सम्मेलन के अन्य दस्तावेजों में रेखांकित किया गया है।
‘होराइजन 2047' रोडमैप भारत की स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष 2047 के लिए द्विपक्षीय संबंधों के संदर्भ में महत्वाकांक्षी और व्यापक कार्यक्रम निर्धारित करता है।
It was a delight to meet PM @RishiSunak in Italy. I reiterated my commitment to further strengthen the India-UK Comprehensive Strategic Partnership in the third term of the NDA Government. There is great scope to deepen ties in sectors like semiconductors, technology and trade.… pic.twitter.com/ehjhFY89cE
— Narendra Modi (@narendramodi) June 14, 2024
मोदी ने शुक्रवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से भी मुलाकात की। ऐसा माना जा रहा है कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों और साझा हितों के मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं की मुलाकात दक्षिणी इतालवी रिसॉर्ट शहर में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान हुई।
सुनक और मोदी की पिछली मुलाकात पिछले साल सितंबर में नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन में हुई थी, जब उन्होंने भारत के आम चुनाव से पहले मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) वार्ता में तेजी लाने पर सहमति जताई थी।
अब व्यापार वार्ता हालांकि चार जुलाई को नई ब्रिटिश सरकार के निर्वाचित होने के बाद ही पुनः शुरू होने की उम्मीद है। जनवरी 2022 में शुरू हुई भारत-ब्रिटेन एफटीए वार्ता का उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाना है।