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G-7 नेता इस्राइल-ईरान संघर्ष और व्यापार युद्ध के साए में कनाडा में जुटे

10:08 AM Jun 16, 2025 IST
कनाडा के अल्बर्टा के कैलगरी में जी7 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए विश्व नेताओं की कनानास्किस में बैठक से एक दिन पहले प्रदर्शनकारी एक रैली में भाग लेते हुए। रॉयटर्स

कनानास्किस (कनाडा), 16 जून (एपी)

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Israel-Iran Conflict: दुनिया की कुछ सबसे बड़ी अर्थ व्यवस्थाओं वाले देशों के नेता कनाडा के रॉकीज में जी-7 की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। यह सम्मेलन इस्राइल-ईरान के बीच जारी सैन्य संघर्ष और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सहयोगियों तथा प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ लगाए जा रहे उच्च शुल्क से उपजे तनाव के बीच हो रही है।

ईरान पर इस्राइल के हमले और तेहरान की जवाबी कार्रवाई ने कई वैश्विक नेताओं को हतप्रभ कर दिया है। उनका मानना है कि यह एक अधिक अस्थिर विश्व का नवीनतम संकेत है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को मारने के संबंध में इस्राइल द्वारा अमेरिका के समक्ष प्रस्तुत की गई योजना पर हाल में वीटो किया था।

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अमेरिका के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी और जिससे यह पता चलता है कि इस्राइल की योजना कितनी दूर तक की थी। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने कहा कि उन्होंने तनाव को कम करने के प्रयासों पर ट्रंप और इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ-साथ अन्य वैश्विक नेताओं के साथ चर्चा की है।

शिखर सम्मेलन के मेजबान के रूप में, कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने बैठक के अंत में संयुक्त वक्तव्य या विज्ञप्ति जारी करने की परंपरा को छोड़ने का निर्णय लिया है। अन्य नेता ट्रंप से बात कर उन्हें शुल्क लगाने से रोकने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे। इसलिए इस शिखर सम्मेलन के एकता के प्रदर्शन के बजाय द्विपक्षीय वार्ताओं की श्रृंखला बनने की आशंका है।

ट्रंप शिखर सम्मेलन के केंद्र बिंदु में हैं। ट्रंप पूर्व में कनाडा को 51वां राज्य बनाने और ग्रीनलैंड पर कब्जा करने की धमकी दे चुके हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों रविवार को कनाडा जाने से पहले बेहद प्रतीकात्मक कदम के तौर पर ग्रीनलैंड पहुंचे।

मैक्रों के कार्यालय ने कहा कि ग्रीनलैंड की यात्रा इस बात की याद दिलाती है कि पेरिस संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और सीमाओं की सुचिता बनाए रखने के सिद्धांतों का समर्थन करता है, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र घोषणा पत्र में निहित है। ट्रंप, शिखर सम्मेलन कार्यक्रम शुरू होने से पहले सोमवार सुबह कार्नी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

जी-7 का हिस्सा नहीं होने के बावजूद कार्नी ने शिखर सम्मेलन के लिए भारत, यूक्रेन, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, मेक्सिको और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के शीर्ष नेतृत्व को आमंत्रित किया है। उम्मीद है कि जी-7 के मुख्य एजेंडे में अमेरिका के शुल्क से बचना सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा बना रहेगा।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह जी-7 में किसी व्यापार समझौते की घोषणा करने की योजना बना रहे हैं, ट्रंप ने कहा, ‘‘हमारे पास अपने व्यापार समझौते हैं। हमें बस एक पत्र भेजना है, 'आपको यह भुगतान करना होगा।' लेकिन मुझे लगता है कि हम कुछ नए व्यापार समझौते करेंगे।''

शिखर सम्मेलन में यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले हैं और उम्मीद है कि वह ट्रंप से मुलाकात करेंगे। इससे पहले जेलेंस्की और ट्रंप के बीच अमेरिका में ओवल ऑफिस में मुलाकात हो चुकी है।

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