तीरंदाजी कोच से ठगी, भाई-बहन पर केस
रोहतक, 10 जून (निस)
तीरअंदाजी कोच से ठगी के मामले में पुलिस ने भाई बहन के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, न्यू विशाल नगर निवासी राजेश ने शिकायत दर्ज करवाई कि वह हरियाणा सरकार में तीरंदाजी कोच के पद पर करनाल जिले में कार्यरत है। उसके दोस्त नीरज ने अपनी बहन दिव्या से मिलवाया था। दिव्या रोहतक स्थित एक प्राइवेट बैंक में कार्यरत है। राजेश ने बताया कि बैंक से उसने कार लोन लिया था, जिस पर ओवर डू चार्ज लगा हुआ है। इस चार्ज को माफ करवाने लिए राजेश ने दिव्या को साढे सात हजार रूपये दिए। जब राजेश ने पैसे की रसीद मांगी तो दिव्या ने बाद में देने की बात कहकर उसे विश्वास में ले लिया और कहा कि राजेश आप किराए के मकान में रहता है, तेरा होम लोन पास करवा दूंगी और इसकी एवज में उसने 82 हजार रूपये फाइल चार्ज के नाम पर ले लिए और शर्त रखी की होम लोन लेने से पहले उसे अपनी कार का पूरा लोग भरना पड़ेगा।
राजेश ने कार लोन पूरा भरने में जब असमर्थता व्यक्त की तो दिव्या ने कहा कि मुझे अभी आधे पैसे दे दे बाकि के पैसे में अपने पास से भर दूंगी और जब तेरा दूसरे बैक से लोन हो जाएगा तो मेरे पैसे वापस कर देना। राजेश ने कार लोन बंद करवाने के लिए लगभग तीन लाख सत्तर हजार रुपये दिव्या को दे दिए। दिव्या ने राजेश को लोन बंद होने की बात कहकर बैक की एनओसी भी दे दी। दिव्या ने दूसरे बैक से आठ लाख का लोन पास करवा दिया। राजेश ने छह लाख रूपये दिव्या को आरटीजीएस के माध्यम से वापस दे दिए। राजेश ने बताया कि मार्च में प्राइवेट बैक के कर्मचारी उसके घर आए और कहा कि कार लोन की किस्तें बकाया चल रही है, जब राजेश ने बैक कर्मियों को बताया कि उसने कार का लोन क्लीयर कर दिया और उसके पास बैक द्वारा दी गई एनओसी भी है तो बैक कर्मचारियों ने बताया कि कार का लोन बकाया है और बैक द्वारा कोई एनओसी जारी नहीं की गई है। जब राजेश बैंक पहुंचा और इस बारे में पता किया तो उसे फर्जीवाडे का पता चला। राजेश ने जब दिव्या व नीरज से बात की तो दोनों ने उसे जान से मारने और झूठे केस में फंसाने की धमकी दी।