बरवाला से भी जुड़ी हैं पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की सुनहरी यादें
बरवाला, 27 दिसंबर (निस)
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की सुनहरी यादें बरवाला से भी जुड़ी हुई हैं। प्रधानमंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह 17 वर्ष पूर्व 19 मई 2007 को बरवाला आए थे। नजदीक के गांव खेदड़ में उन्होंने लगभग एक हजार एकड़ में बने राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास किया था। शिलान्यास करने के उपरांत उन्होंने बरवाला के रेलवे रोड पर मैदान में एक रैली को भी संबोधित किया था। इस रैली में खेदड़ गांव के सरपंच राजू सोनी ने डॉ. मनमोहन सिंह को शाल भेंट करके सम्मानित किया था। मंच पर उस समय पूर्व मंत्री प्रोफेसर छत्रपाल सिंह भी मौजूद रहे। मनमोहन सिंह ने दोपहर को लंच बरवाला अनाज मंडी की श्रीकृष्ण धर्मशाला में किया था। उस समय व्यापार मंडल बरवाला ने इस श्रीकृष्ण धर्मशाला को पूर्ण रूप से एयर कंडीशंड बना दिया था। व्यापार मंडल के प्रधान जयनारायण राजलीवाला समेत अनेक व्यापारियों ने उनका स्वागत किया था। इस श्रीकृष्ण धर्मशाला में प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने एक पौधा भी लगाया था। लंच के दौरान उन्होंने बरवाला की मशहूर चोपड़ा की कुल्फी का भी आनंद लिया था। खेदड़ में जिस राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट का प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने शिलान्यास किया था। उसमें 600- 600 मेगावाट की दो यूनिटें स्थापित की गई जो 2010 में शुरू हुई। आज यह थर्मल पावर प्लांट देश और प्रदेश को बिजली दे रहा है। प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की मौजूदगी में ही खेदड़ गांव को उसी दिन आदर्श गांव का दर्जा भी दिया गया था। यहां थर्मल पावर प्लांट लगाने की योजना भजनलाल सरकार के समय 1995 में बनी थी। इसके बाद प्रदेश में बंसीलाल की सरकार बनी तो 1998 में गांव के किसानों की थर्मल प्लांट के लिए लगभग एक हजार एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई थी। पूर्व मंत्री प्रोफेसर छत्रपाल सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि एक साधारण परिवार में जन्म लेकर वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने। उन्होंने देश को एक नई दिशा देने का काम किया। उनका देश के निर्माण में अहम योगदान भुलाया नही जा सकता। वहीं, पूर्व विधायक जोगीराम सिहाग ने भी शोक व्यक्त किया।