पूर्व सांसद आत्मा सिंह गिल की बेटी अमरजीत कौर कांग्रेस में शामिल
चंडीगढ़, 13 जून (ट्रिन्यू)
सिरसा से पूर्व सांसद आत्मा सिंह गिल की बेटी और 2009 में बीएसपी की टिकट पर चुनाव लड़ चुकीं अमरजीत कौर ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। कौर ने आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा है। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान की मौजूदगी में उन्होंने बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
इस मौके पर भाजपा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश सह-संयोजक सुनील वर्मा नंबरदार, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ भिवानी भाजपा के मीडिया प्रभारी जयभगवान, पर्यावरण प्रकोष्ठ भिवानी भाजपा के सह-संयोजक जय राज बिडलान ने भी कांग्रेस ज्वाइन की। हुड्डा और उदयभान ने सभी का पार्टी में स्वागत किया और पूर्ण मान सम्मान का भरोसा दिलाया। इस मौके पर हुड्डा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के जबरदस्त प्रदर्शन और भाजपा की करारी हार से स्पष्ट से विधानसभा की तस्वीर साफ़ हो गई है।
उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि हरियाणा में इस बार कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। इस बार हरियाणा से भाजपा का सुपड़ा साफ होना तय है। दो साल के दौरान भाजपा व अन्य दलों के 40 से ज्यादा पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री, सांसद, पूर्व सांसद कांग्रेस ज्वाइन कर चुके हैं। तीन निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा का साथ छोड़कर कांग्रेस को समर्थन किया है। लोकसभा चुनाव के बाद फिर कांग्रेस में ताबड़तोड़ जॉइनिंग का सिलसिला शुरू हो गया है। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस का कुनबा लगातार बड़ा और मजबूत होता जा रहा है। सत्ता में होने के बावजूद लोग भाजपा को छोड़ रहे हैं।
भाजपा के वोट बैंक में गिरावट : उदयभान
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने लोकसभा चुनाव के आंकड़ों को सामने रखते हुए विधानसभा चुनाव पर भविष्यवाणी की है। उन्होंने कहा है कि इस बार कांग्रेस का वोट प्रतिशत जबरदस्त तरीके से बढ़ा है और भाजपा के वोटों में रिकॉर्ड गिरावट आई है। इसलिए जो भाजपा लोकसभा चुनाव में हाफ रह गई है, वो विधानसभा चुनाव में पूरी तरह साफ हो जाएगी। उदयभान ने कहा कि कांग्रेस को इस बार 36 बिरादरी का भरपूर समर्थन हासिल हुआ है। बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में उदयभान ने कहा - जनता समझ चुकी है कि भाजपा के पास लोगों को जात-धर्म के नाम पर भड़काने और लड़वाने के अलावा कोई मुद्दा नहीं है। लेकिन जनता बंटवारे की नहीं बल्कि भाईचारे की राजनीति को पसंद करती है। 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले भाजपा का वोट 12 प्रतिशत घटा है। वहीं कांग्रेस गठबंधन के वोटों में लगभग 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।