पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला का जीवन संघर्ष का प्रतीक : नायब सैनी
इकबाल सिंह शांत/निस
चौटाला (डबवाली), 31 दिसंबर
हरियाणा के पांच बार मुख्यमंत्री रहे स्व. चौधरी ओमप्रकाश चौटाला को श्रद्धांजलि देने के लिए मंगलवार को गांव चौटाला के चौधरी साहब राम स्टेडियम में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। श्रद्धांजलि सभा में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित बड़ी संख्या में दिग्गज पहुंचे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया द्वारा भेजे शोक संदेश पढ़े गए।
कार्यक्रम की शुरुआत सर्वधर्म सभा से हुई। जिसमें विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों ने स्व. चौटाला को श्रद्धांजलि अर्पित की। सभा में स्व. चौटाला के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गयी। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला ने हरियाणा में पानी के लिए जो संघर्ष किया, वो इतिहास में दर्ज है।
उन्होंने कहा कि जब वे केंद्र में शहरी विकास मंत्री थे व ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के मुख्यमंत्री थे, उस दौरान एनसीआर की प्रांतीय बैठकों में चौटाला ने न सिर्फ एनसीआर प्रांत की मांगों को केंद्र के समक्ष रखा, बल्कि उन्हें पूरा भी करवाया। एनसीआर के प्रांतों में हरियाणा को अग्रणीय बनाने में उनका अहम योगदान रहा।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धासुमन अर्पित करते कहा कि दिवंगत चौटाला का जीवन संघर्ष का प्रतीक रहा। उनके मार्गदर्शन में हरियाणा को विकास के क्षेत्र में नई दिशा मिली। ऐसी दिवंगत आत्मा से हमें प्रेरणा मिलती है, जिन्होंने समाज व प्रदेश के हित में अपना जीवन समर्पित किया।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते कहा कि ओमप्रकाश चौटाला की हमेशा विकास की राजनीति में रुचि व बड़ा योगदान रहा। वे एक जिंदादिल व बेबाक नेता थे। उनका देहांत समूचे हरियाणा के लिए अति दु:खद है। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि चौधरी ओमप्रकाश चौटाला का जीवन संघर्षशील व प्रेरणादायक रहा। चौटाला व बादल परिवार की आपस पीढ़ियों की साँझ है।
सुखबीर बादल ने मौजूदा समय में किसान नेतृत्व की कमी पर चिंता जाहिर करते कहा कि कभी चौधरी देवीलाल, प्रकाश सिंह बादल व चौधरी चरण सिंह सरीखे किसान नेता होते थे। तब का राजनीतिक नेतृत्व गरीब व जमीन से जुड़ा होता थ। दैनिक ट्रिब्यून के संपादक नरेश कौशल ने भी पूर्व सीएम चौटाला को श्रद्धांजलि दी। किसान नेता राकेश टिकैत ने दिवंगत नेता को श्रद्धासुमन अर्पित किए व कहा कि चौटाला साहिब की राजनीति चंडीगढ़ व दिल्ली से नहीं, गांव व किसान-मजदूर से चलती थी। उन्होंने चौटाला परिवार को एकजुट होने की नसीहत देते कहा कि इसी में हरियाणा की भलाई है।
पंजाब के सीएम भगवंत मान की ओर से पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचंद सिंह बरसट ने श्रद्धांजलि अर्पित की। पंजाब के पूर्व मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि चौटाला साहिब का हरियाणा को विकास में शिखर पर ले जाना व प्रदेश के युवाओं को शिक्षा व तरक्की से बेहतर अवसर मुहैया करवाना उनकी राजनीति का मुख्य ध्येय था।
इस मौके पूर्व राज्यसभा सांसद बलविन्द्र सिंह भूंदड़, पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा, रामपाल माजरा, अशोक अरोड़ा, अकाली दल पीएसी कमेटी के सदस्य अवतार सिंह बनवाला, वरिष्ठ अकाली नेता तेजिन्द्र सिंह मिड्डूखेडा, ओएसडी बलकरण सिंह, वरिष्ठ इनेलो नेता संदीप चौधरी, गोबिंद कांडा, गुरमीत सिंह त्रिलोकेवाला, बलजीत सिंह दादूवाल, इनेलो किसान विंग के जिलाध्यक्ष संदीप गंगा व अन्य मौजूद थे।
चौटाला परिवार संघर्ष परंपरा को आगे बढ़ाए : कार्यकारी जत्थेदार
सिखों के पांचवें तख्त श्री दमदमा साहिब के कार्यकारी जत्थेदार जगतार सिंह ने सिख कौम की तरफ स्व. चौटाला को श्रद्धांजलि देते कहा कि उनका जीवन किसानों-मजदूरों के हितों को समर्पित रहा। कार्यकारी जत्थेदार ने किसान हितों के लिए प्रकाश सिंह बादल व चौधरी देवी लाल परिवार के पुराने संघर्ष का जिक्र करते कहा कि अब भी दोनों परिवारों को मौजूदा समय में लोक संघर्ष की परंपरा में आगे बढ़ाना चाहिए। कार्यकारी जत्थेदार ने अभय सिंह चौटाला को सिरोपा देकर स्व. चौटाला के अधूरे सामाजिक कार्यों को पूरा करने का आह्वान किया।